दुनिया को अलविदा कह चुके हैं 'रामायण' के ये कलाकार, ट्रेन हादसे में गई थी 'विभीषण' की जान
ब्यूरो, मुंबई 10 Apr 2020 12:52 PM IST

ramayan - फोटो : file photo
33 साल बाद लोग तसल्ली से एक बार फिर रामायण का आनंद उठा रहे हैं। वे फिर एक बार प्रत्येक किरदार की अदाकारी के गवाह बन रहे हैं। इन कलाकारों में राम, लक्ष्मण और सीता का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल, सुनील लहरी और दीपिका चिखलिया के अलावा भी ऐसे तमाम कलाकार हैं जिनके अभिनय ने इस ऐतिहासिक शो को कालजयी बना दिया। इन कलाकारों में कुछ ऐसे भी कलाकार हैं जो रामायण की इस दूसरी यात्रा के गवाह नहीं बन सके। वे रामलोक के वासी हो चुके हैं। बताते हैं आपको ऐसे ही कुछ कलाकारों के बारे में।

Mukesh Rawal - फोटो : Social Media
मुकेश रावल (विभीषण)
रावण के संहार में अहम भूमिका निभाने वाले उनके भाई विभीषण का किरदार मुकेश रावल ने निभाया था। आज भी लोगों के जहन में उनकी सज्जनता से भरी अदाकारी और वक्त वक्त पर श्रीराम को परामर्श देने वाले दृश्य कैद हैं। रामायण उनके करियर का सबसे महत्वपूर्ण शो रहा। इसके अलावा मुकेश हिंदी और गुजराती सिनेमा जगत में भी सक्रिय रहें। उनकी मौत बहुत ही दुखद रही। साल 2016 में ट्रेन से कटकर उनकी मृत्यु हुई। जानकारी के अनुसार वह अपने बेटे की मौत के सदमे से जूझ रहे थे।
रावण के संहार में अहम भूमिका निभाने वाले उनके भाई विभीषण का किरदार मुकेश रावल ने निभाया था। आज भी लोगों के जहन में उनकी सज्जनता से भरी अदाकारी और वक्त वक्त पर श्रीराम को परामर्श देने वाले दृश्य कैद हैं। रामायण उनके करियर का सबसे महत्वपूर्ण शो रहा। इसके अलावा मुकेश हिंदी और गुजराती सिनेमा जगत में भी सक्रिय रहें। उनकी मौत बहुत ही दुखद रही। साल 2016 में ट्रेन से कटकर उनकी मृत्यु हुई। जानकारी के अनुसार वह अपने बेटे की मौत के सदमे से जूझ रहे थे।

Dara Singh - फोटो : Social Media
दारा सिंह (हनुमान)
दारा सिंह का निभाया पवनपुत्र हनुमान का किरदार आखिर कौन भूल सकता है। आज भी हनुमान का किरदार उनसे बेहतर कोई भी नहीं निभा पाया। उन्होंने अपने जोरदार अभिनय से सभी का दिल जीत लिया था। रामायण के बाद भी उन्होंने कुछ शोज में हनुमान का किरदार निभाया। उनकी शोहरत इस मुकाम पर पहुंच गई कि लोग उन्हें असल में राम भक्त हनुमान के तौर पर पूजने लगे थे। उनका निधन 12 जुलाई 2012 को हुआ। अपने आखिरी वक्त में भी उन्होंने अपने बेटे विंदु दारा सिंह से रामायण देखने की ही इच्छा प्रकट की थी।
दारा सिंह का निभाया पवनपुत्र हनुमान का किरदार आखिर कौन भूल सकता है। आज भी हनुमान का किरदार उनसे बेहतर कोई भी नहीं निभा पाया। उन्होंने अपने जोरदार अभिनय से सभी का दिल जीत लिया था। रामायण के बाद भी उन्होंने कुछ शोज में हनुमान का किरदार निभाया। उनकी शोहरत इस मुकाम पर पहुंच गई कि लोग उन्हें असल में राम भक्त हनुमान के तौर पर पूजने लगे थे। उनका निधन 12 जुलाई 2012 को हुआ। अपने आखिरी वक्त में भी उन्होंने अपने बेटे विंदु दारा सिंह से रामायण देखने की ही इच्छा प्रकट की थी।

ललिता पवार (मंथरा)
आज भी जब किसी को भड़काने का उदाहरण दिया जाता है तो रानी कैकेयी की दासी मंथरा का नाम लिया जाता है। रामायण में यह किरदार अभिनेत्री ललिता पवार ने निभाया था। उनक किरदार इतना प्रभावी था कि असल में लोग मंथरा से नफरत करने लगे थे। ललिता पवार की मृत्यु 24 फरवरी 1998 को हो गई थी। वह आज भी हिंदी सिनेमा जगत में जबरदस्त खलनायिका के तौर पर पहचानी जाती हैं। साल 1944 में फिल्म जगत में डेब्यू करने वालीं ललिता के नाम दर्जनों फिल्में दर्ज हैं।
आज भी जब किसी को भड़काने का उदाहरण दिया जाता है तो रानी कैकेयी की दासी मंथरा का नाम लिया जाता है। रामायण में यह किरदार अभिनेत्री ललिता पवार ने निभाया था। उनक किरदार इतना प्रभावी था कि असल में लोग मंथरा से नफरत करने लगे थे। ललिता पवार की मृत्यु 24 फरवरी 1998 को हो गई थी। वह आज भी हिंदी सिनेमा जगत में जबरदस्त खलनायिका के तौर पर पहचानी जाती हैं। साल 1944 में फिल्म जगत में डेब्यू करने वालीं ललिता के नाम दर्जनों फिल्में दर्ज हैं।

vijay arora - फोटो : social media
विजय अरोड़ा (मेघनाद)
राम और रावण के युद्ध में एक वक्त ऐसा आया था जब रावण के पुत्र मेघनाद ने लक्ष्मण को घायल कर राम की चिंता बढ़ा दी थी। रामायण में यह किरदार विजय अरोड़ा ने निभाया। उन्होंने आशा पारेख से लेकर जीनत अमान, जया भादुड़ी, वहीदा रहमान, शबाना आजमी, तनुजा, परवीन बॉबी और मौसमी चटर्जी जैसी अभिनेत्रियों के साथ काम किया और तमाम गुजराती और हिंदी नाटकों में भी काम किया। उन्होंने अपने करियर में 110 फिल्मों और करीब 500 से अधिक सीरियल्स में काम किया। साल 2007 में पेट के कैंसर के चलते वह दुनिया को अलविदा कह गए।
राम और रावण के युद्ध में एक वक्त ऐसा आया था जब रावण के पुत्र मेघनाद ने लक्ष्मण को घायल कर राम की चिंता बढ़ा दी थी। रामायण में यह किरदार विजय अरोड़ा ने निभाया। उन्होंने आशा पारेख से लेकर जीनत अमान, जया भादुड़ी, वहीदा रहमान, शबाना आजमी, तनुजा, परवीन बॉबी और मौसमी चटर्जी जैसी अभिनेत्रियों के साथ काम किया और तमाम गुजराती और हिंदी नाटकों में भी काम किया। उन्होंने अपने करियर में 110 फिल्मों और करीब 500 से अधिक सीरियल्स में काम किया। साल 2007 में पेट के कैंसर के चलते वह दुनिया को अलविदा कह गए।

Ramayan Sugriva aka Shyam Sundar - फोटो : twitter
श्याम सुंदर कालानी (सुग्रीव)
रामायण में सुग्रीव का किरदार निभाने वाले अभिनेता श्याम सुंदर कलानी इस महीने की शुरुआत में ही दुनिया को अलविदा कह गए। उनकी मौत पर अरुण गोविल से लेकर सुनील लहरी ने भी दुख जताया। वह काफी वक्त से कैंसर से जूझ रहे थे। उन्होंने शो में जिस तरह से सुग्रीव का किरदार निभाया वह काबिल-ए-तारीफ है। शो में अपने भाई से अपनी बेइज्जती लेने की चाहत और श्रीराम की मदद करने के संकल्प को उन्होंने भली-भांति पर्दे पर अपने अभिनय के द्वारा पेश किया।
रामायण में सुग्रीव का किरदार निभाने वाले अभिनेता श्याम सुंदर कलानी इस महीने की शुरुआत में ही दुनिया को अलविदा कह गए। उनकी मौत पर अरुण गोविल से लेकर सुनील लहरी ने भी दुख जताया। वह काफी वक्त से कैंसर से जूझ रहे थे। उन्होंने शो में जिस तरह से सुग्रीव का किरदार निभाया वह काबिल-ए-तारीफ है। शो में अपने भाई से अपनी बेइज्जती लेने की चाहत और श्रीराम की मदद करने के संकल्प को उन्होंने भली-भांति पर्दे पर अपने अभिनय के द्वारा पेश किया।

mulraj rajda - फोटो : file photo
ये सब भी हुए गोलोक वासी
रामायण में राजा जनक का किरदार निभाने वाले अभिनेता और लेखक मूलराज रजदा साल 2012 में इस दुनिया से चल बसे। कुंभकर्ण का रोल निभाने वाले नलिन दवे इस दुनिया को 50 वर्ष की उम्र में 1990 में अलविदा कह गए। वहीं रानी सुनैना का रोल निभाने वाली अभिनेत्री उर्मिला भट्ट साल 1997 में दुनिया से चल बसीं।
रामायण में राजा जनक का किरदार निभाने वाले अभिनेता और लेखक मूलराज रजदा साल 2012 में इस दुनिया से चल बसे। कुंभकर्ण का रोल निभाने वाले नलिन दवे इस दुनिया को 50 वर्ष की उम्र में 1990 में अलविदा कह गए। वहीं रानी सुनैना का रोल निभाने वाली अभिनेत्री उर्मिला भट्ट साल 1997 में दुनिया से चल बसीं।
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