न्यूज बाय दीपक शाक्य पोहरी ब्यूरो चीफ
शिवपुरी - स्तनपान हर बच्चे का नैसर्गिक अधिकार है। स्तनपान केवल एक बच्चे या बच्ची को ही सुपोषित नहीं करेगा बल्कि ये सुपोषित मध्य प्रदेश और सुपोषित राष्ट्र का निर्माण करेगा। स्तनपान के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाने में पिता और परिवार के अन्य सदस्यों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है। महिला बाल विकास विभाग को परियोजना अधिकारी श्रीमती नीलम पटेरिया ने कहा कि विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर समेकित बाल विकास सेवा शिवपुरी शहरी एवं शक्तिशाली महिला संगठन एवं ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से मिलकर आगनवाड़ी केन्द्र मदकपुरा पर बच्चो के अभिभावकों से संवाद कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्तनपान के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ ही स्तनपान के लिए अनुकूल वातावरण भी बनाना है। रवि गोयल ने कहा कि पहले माताएं स्तनपान ज्यादा करवाती थी बीच में इसमें कमी आ गई थी, अब फिर से लोगों में जागरूकता लाने की जरूरत है। बच्चों के पोषण पर ध्यान देना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें इस प्रकार के जागरूकता वाले कार्यक्रम को खासतौर पर ग्रामीण एवं शहरी पिछड़े इलाकों में करने की जरुरत है।
समेकित बाल विकास सेवा की सुपरवाइजर निवेदिता मिश्रा ने कहा कि हम विश्व स्तनपान सप्ताह को पूरे माह के रूप में मनाएंगे क्योंकि एमपी में 6 माह तक केवन स्तनपान का आंकड़ा 55 प्रतिशत है और हमारा लक्ष्य इसे शत प्रतिशत करना है। अगर कोई बच्चा स्तनपान से छूट जाता है तो इसके 3 नुकसान है, एक तो बच्चा, माँ के दूध से वंचित रह जायेगा, माँ को बीमारियों का खतरा होगा और अगर बच्चा कुपोषित होगा तो समाज में वो अपना पूर्ण योगदान नहीं दे पायेगा। स्तनपान में कमी का कारण इसके बारे में प्रचलित भ्रांतियां है जिसे हम सब को मिलकर दूर करना होगा।
प्रोग्राम में शालिनी दो माह की बिटिया के पिता पुरुषोत्तम आदिवासी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सुगम स्तनपान आज एवं बेहतर कल के लिए है। स्तनपान करने वाले बच्चों का आई क्यू ज्यादा बेहतर होता है और उसके दिमाग का विकास अच्छा होता है। प्रोग्राम में माताएं, किशोरी, बच्चो के पिता के साथ शक्तिशाली महिला संगठन की टीम, आगनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी के साथ अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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