न्यूज़ बाय दीपक शाक्य पोहरी ब्यूरो चीफ
शिवपुरी - अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला बाल विकास विभाग शिवपुरी, शक्तिशाली महिला संगठन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रुप से बालिकाओं में एनीमिया से बचाव एवं निदान सह जागरुकता शिविर आयोजित किया गया जिसमें मेडिकल कालेज की डॉ.काजल एवं डाॅ.कुणाल राठौर द्वारा 65 किशोरियों की जांच की गयी एवं उनको आवश्यक परामर्श प्रदान किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. अर्जुन लाल शर्मा ने कहा कि यत्र नार्यस्तु पूज्यते रमन्ते तत्र देवताष् यानी जहां नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का वास होता है। श्रृष्टि की शुरुआत से महिलाओं का सम्मान किया जाता रहा है। लेकिन युग काल और सदियां बीतने के साथ महिलाओं के प्रति लोगों की सोच बदलती चली गई। बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी समस्याएं अभी भी समाज में व्याप्त है। इसके साथ किशोरियो में एनीमिया की जांच करने पर पता चला कि ज्यादातर बालिकाए रक्त अल्पता से जूझ रही है सही पोषण से ही सही स्वास्थ्य रहेगा एवं उनको अपने दैनिक आहार में हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन अधिक करना होगा। प्रतिदिन मौसमी फल का सेवन करना होगा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदाय की जाने वाली आयरन फोलिक एसिड की गोली का प्रति सप्ताह सेवन अनिवार्य रुप से करें। साथ ही सुवह जल्दी उठकर योगा एवं शारीरिक व्यायाम अवश्य करें।
किशोरी बालिकाऐ अपनी शिक्षा जरुर पूरी करें ,बीच में न छोड़े क्योकि आप आगे जाकर दो परिवार को शिक्षित करेगीः- श्री देवेन्द्र सुन्दिरियाल
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुन्दिरियाल ने सवसे पहले किशोरी बालिकाओं से किसी भी समस्या से गृसित होने पर चाईल्ड हेल्प लाईन नं 1098 के बारे में बताया। उन्होने कहा कि पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस जब 11 अक्टूबर 2012 को मनाया गया,तब इसकी थीम थी बाल विवाह उन्मूलन हालांकि अभी भी देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बाल विवाह के मामले सामने आते हैं। इसको लेकर कानून भी बनाए गए हैं लेकिन इस कुरीति को खत्म करने के लिए अशिक्षा, पिछड़ेपन, गरीबी जैसे कारणों को भी दूर करना होगा। इस साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम है।हमारी आवाज और हमारा समान भविष्य। इस साल की थीम हमारी आवाज और हमारा समान भविष्य का उद्देश्य समाज में ये संदेश देना है कि कैसे छोटी बालिकाएं आज पूरे विश्व को एक मार्ग दिखाने का प्रयास कर रही हैं।
कार्यक्रम संयोजक शक्तिशाली महिला संगठन से रवि गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस साल 2012 से ही मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य महिला सशक्तीकरण और दुनियाभर की बेटियों को उनके अधिकार प्रदान करने में मदद करना है ताकि अपने सामने आने वाली चुनौतियों का लड़कियां सामना कर सकें और अपनी जरूरतों के साथ ही अपने सपने भी पूरे कर सकें। इसके अलावा दुनिया भर में लड़कियों के प्रति होने वाली लैंगिक असामानताओं को खत्म करने की दिशा में भी प्रयास करना है। कार्यक्रम मे परियोजना अधिकारी शिवपुरी शहरी श्री पवन तिवारी ने कहा कि किशोरी बालिकाए भविष्य की सृष्टिदायिनी है कुपोषण के कुचक्र को तोड़ना है तो किशोरी को स्वास्थ्य पर ज्यादा फोकस करना होगा इनको मजबूत करना होगा तभी देश व समाज मजबूत होगा।
कार्यक्रम मे कोविड 19 से बचाव व सोशल डिस्टेसिंसगं का पालन करते हुए 70 किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ्य जांच पीएचसी जवाहर कालोनी की टीम में डा.कुणाल राठौर एवं उनकी टीम ने किया तथा किशोरी बालिकाओं की मासिक धर्म से सबंधित समस्याओं की जांच डाॅ. काजल, सर्जन मेडिकल कालेज शिवपुरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में किशोरी बालिकाओ का सवसे अच्छे बीएमआई वाली दो किशोरी बालिकाओं पूजा कोड़े एवं सुमन जाटव को अतिथियों ने पौधा देकर उनको प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम मे श्री देवेन्द्र सुन्दिरियाल डीपीओ, सीएमएचओ डाॅ.अर्जुन लाल शर्मा, श्री पवन तिवारी सीडीपीओ, शक्तिशाली महिला संगठन के रवि गोयल एवं उनकी पूरी टीम, डाॅ.काजल, डाॅ. कुणाल राठौर, सुनील जैन, राघवेन्द्र शर्मा, कल्पना श्रीवास्तव, पर्यवेक्षक निवेदिता मिश्रा, मदकपुरा बड़ौदी लुधावली की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रजनी वर्मा, गायत्री कुशवाह, मिथलेश यादव, रजनी सेन, सुपोषण सखी एवं आशा कार्यकर्ताओं ने कार्यकम मे सक्रिय भागीदारी की।
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