दा संस्कार न्यूज़ 20 अगस्त 2000
शादी करने के लिए अमृतसर से तीन सप्ताह पहले भागे नाबालिग प्रेमी जोड़े को निहंग सिंह ने डरा धमका कर अपने पास रख लिया। इसके बाद वह खुद लड़की से शादी करने पर अड़ गया। बाजार से चूड़ा खरीद लड़की को पहना दिया और लोगों से बोलने लगा कि वह उसकी पत्नी है, जबकि निहंग सिंह खुद लड़की के पिता की उम्र का है। लड़का-लड़की को लेकर एक शहर से दूसरे शहर घूमने के दौरान मंगलवार को तीनों फिल्लौर आए। शक होने पर फिल्लौर में रहने वाले निहंग सिंहों ने लड़की को किसी तरह बचा लिया। हालांकि लड़के को लेकर निहंग सिंह भाग गया। उन्होंने पुलिस की मदद से बुधवार को लड़की को उसके पिता के हवाले कर दिया।
नूरमहल रेलवे फाटक के नजदीक निहंग जत्थेदार गुरमीत सिंह दशमेश आर्मी तरना दल का डेरा है।
उन्होंने बताया कि गत मंगलवार को शाम के वक्त उनके डेरे के पास सुक्खा सिंह नामक निहंग सिंह पहुंचा, जिसके साथ निहंग वेष में 15 साल का लड़का और 17 साल की लड़की थी। उन्होंने निहंग सिंह से वहां आने का कारण पूछा तो उसने बताया कि लड़की उसकी दुल्हन है। कुछ दिन पहले ही उसने शादी की है। शक होने पर उन्होंने सुक्खा से लड़का व लड़की के बारे में पूछताछ शुरू की। इस पर उसने तलवार निकाल कर उन पर हमला बोल दिया और मौका पाकर वह लड़के को अपने साथ भगा कर ले जाने में कामयाब हो गया, जबकि जत्थेदार गुरमीत सिंह व अन्य निहंग सिंह लड़की को सुरक्षित बचाने में कामयाब हो गए। उन्होंने पुलिस को सूचित किया। उन्होंने लड़की के पिता को फोन पर सारी बात बताई तो वह रोने लगे। बुधवार को फिल्लौर आने पर उन्होंने निहंग सिंहों का आभार जताया। पिता ने कहा कि उसने लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट अमृतसर के थाने में दर्ज करवाई हुई है। उसने कहा वह गरीब है और पुलिस केस में वह पड़ना नहीं चाहता। हालांकि पुलिस अपने स्तर पर लड़के व सुक्खा सिंह का पता लगा रही है। लड़की की जुबानी पूरी कहानी
नाबालिग ने बताया कि वह अमृतसर की रहने वाली है। उसका एक छोटा भाई है। उसकी मां बीमारी के चलते बिस्तर पर पड़ी रहती है, जबकि उसका पिता रात को चौकीदारी करते हैं। वह 12वीं पास है। तीन सप्ताह पहले वह 15 साल के लड़के के साथ शादी रचाने के लिए घर से भाग गई। दोनों के नाबालिग होने के चलते कोई भी उनकी शादी करवाने को तैयार नहीं हुआ। भटकते हुए वो बटाला पहुंचे तो उन्हें सुक्खा नामक निहंग सिंह मिला जो उसके पिता की उम्र का था। उसने उन्हें झांसे में ले लिया कि वह उनकी शादी करवाएगा। अगले दिन उसने बाजार से कपड़े खरीद उन दोनों को भी निहंग सिंह जैसा बना दिया। सुखा ने कहा कि अब वह उसकी हो गई है। वह उससे वह शादी रचाएगा। वो डर गए। सुक्खा जो भी बोलता, वह उसकी हां में हां मिला देते। यही नहीं सुक्खा सिंह ने लड़की को अपनी दुल्हन बनाने के लिए उसके हाथों में चूड़ा भी पहना दिया और रोजाना उन्हें एक शहर से दूसरे शहर लेकर घूमता था।
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