आत्मनिर्भर भारत अभियान में सभी का सहयोग जरूरी- सांसद श्री के पी यादव
शिवपुरी, 19 अगस्त 2020/ पूरे देश में आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सभी का सहयोग जरूरी है। इसमें सूक्ष्म एवं लघु उद्योग, स्टार्ट अप और स्टैंडअप इंडिया जैसी योजनाओं की विशेष भूमिका हो सकती है। यह बात गुना शिवपुरी सांसद श्री के पी यादव ने बैठक के दौरान कही।बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले में उद्योगों की संभावनाएं, उनके विस्तार एवं विकास और उद्योगों को स्थापित करने में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित उद्योगपतियों से उनके सुझाव भी लिए गए। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एच पी वर्मा, अपर कलेक्टर आर एस बालोदिया सहित महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, लघु उद्योग निगम सहित अन्य इकाइयों के अधिकारी एवं उद्योगपति उपस्थित थे।
सांसद श्री केपी यादव ने कहा है कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग एवं स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया योजना का बेहतर प्रचार प्रसार किया जाए और जो युवा उद्योग स्थापित करने में रुचि रखते हैं। उन्हें तकनीकी सहयोग एवं स्किल डेवलपमेंट के लिए कार्य किए जाएं। सरकार द्वारा एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिला स्तर पर भी इसकी बेहतर कार्य योजना के साथ काम करें ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सके। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना महामारी के दौर में अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है इसलिए आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है और रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है।
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने बताया कि जिले में 20 से 25 अगस्त तक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें भी जिले के उद्योगपति भाग ले सकते हैं और कुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं।
बैठक में उपस्थित उद्योगपतियों ने विभिन्न समस्या एवं जिले में उद्योगों की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए बताया कि करैरा में मूंगफली का अच्छा उत्पादन होता है इसे और अधिक व्यापक बनाया जा सकता है। श्री विष्णु गोयल ने बताया कि औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसी प्रकार बेहतर स्किल, अवसंरचना विकास, आर्थिक सहयोग आदि के माध्यम से जिले के उद्योगों को विकसित किया जा सकता है।
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