कृषि वैज्ञानिकों ने किया तहसील शिवपुरी एवं नरवर के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमणग्रामीणों की खरीफ फसल की स्थिति का निरीक्षण कर दी निदानात्मक जानकारी - The Sanskar News

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Saturday, August 29, 2020

कृषि वैज्ञानिकों ने किया तहसील शिवपुरी एवं नरवर के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमणग्रामीणों की खरीफ फसल की स्थिति का निरीक्षण कर दी निदानात्मक जानकारी


द संस्कार न्यूज़ शिवपुरी, 29 अगस्त 2020
शिवपुरी- कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी के वैज्ञानिकों डॉ.एम.के. भार्गव एवं डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह द्वारा विगत दिनों विकासखण्ड शिवपुरी एवं नरवर में ग्रामों में भ्रमण कर ग्रामीणों की खरीफ फसलों धान, मूंगफली, सोयाबीन, उड़द-मूंग, मूली, टमाटर आदि की स्थिति का निरीक्षण एवं समस्या निदानात्मक जानकारी दी।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी के प्रमुख ने बताया कि वैज्ञानिकों द्वारा सतनवाड़ा, सकलपुर, चांढ़, ऐरावन, बरखेड़ा, उरवाहा, सुल्तानुपर, लखनाताल आदि ग्रामों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान सामान्यतः फसलें वास्तविक वृद्धि, फूल-फली अवस्था में होने तथा स्वस्थ देखी गई।
कृषकों द्वारा समस्याएं बतलाये जाने पर वैज्ञानिक दल द्वारा सुझाव भी दिए गए। जिसमें उड़द-मूंग में पीला विषाणु जनित रोग के शुरूआत में ही रसचूसक कीटों का प्रसार रोके। इसके लिए पीला चिपचिपा बोर्ड लगाये तथा थायोमेथाक्जाम 25 प्रतिशत डब्ल्यू.जी. वाली 100-125 ग्राम या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत की 125 150 मि.ली. या एसीटामाप्रिड 20 प्रतिशत की 100-150 ग्राम प्रति हैक्टर 500 से 600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। धान में ब्लास्ट (प्रध्वंस) रोग की रोकथाम हेतु संतुलित मात्रा में नाइट्रोजन खाद डाले तथा ट्राईसाइक्लोजोल 75 प्रतिशत 1 ग्राम/लीटर पानी में या टेबूकोनोजाल$ट्राईफ्लोक्सीस्ट्रोबिन की 1 ग्राम/2.5 लीटर की पानी या कासुगामाईसिन 3 प्रतिशत एस.एल. की 1 मि.ली./लीटर पानी की दर से घोल बनाकर 10-12 दिनों के अंतराल पर 2-3 छिड़काव करना चाहिए। कुछ क्षेत्रों में वर्षा लगातार हो रही है अतः वर्षा के पानी को खेतों में ठहरने न दें, वर्षा जल की निकासी की व्यवस्था करें।
इसी प्रकार सोयाबीन में पत्ती-फूल-फली खाने वाली इल्लियों के नियंत्रण हेतु इन्डोक्साकार्ब 333 मि.ली./ हैक्टर या लैम्बडासायहेलोथ्रिन 4.9 सी.एस. 300 मि.ली. प्रति हैक्टर का 500 लीटर पानी में छिड़काव करें। मूंगफली में पर्णचित्ती (टिक्का) रोग की रोकथाम के लिए टेबूकोनाजॉल या क्लोरोथेनोनिल 1.5 से 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें। टमाटर की फसल में भी धब्बे पत्ती सूखने की समस्या हो सकती है। अतः क्लोरोथेनोनिल 1.5 से 2 ग्राम प्रति लीटर पानी के मान से छिड़काव करें तथा मौसम खुलने पर निराई-गुड़ाई करायें। वर्षा का मौसम होने पर दवा छिड़काव करते समय चिपको/चिपकने वाला पदार्थ भी मिला लें।

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