उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि कानपुर मुठभेड़ के मुख्य अभियुक्त विकास दुबे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है.

पुलिस ने बताया कि प्रदेश की स्पेशल टास्क फ़ोर्स विकास को उज्जैन से सड़क के रास्ते कानपुर लेकर जा रही थी जब गाड़ी पलट गई. इसके बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी जिसमें अभियुक्त की मौत हो गई.
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे के मारे जाने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि चार पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं जिनका कानपुर के सीएससी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि घटना का पूरा ब्यौरा देने के लिए पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और तभी सबकुछ बताया जाएगा.
गाड़ी पलटने के बाद की भागने की कोशिशः पुलिस
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार सुबह कानपुर मुठभेड़ के मुख्य अभियुक्त विकास दुबे को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फ़ोर्स उज्जैन से सड़क के रास्ते कानपुर लेकर जा रही थी.
कानपुर पहुंचने के रास्ते में ही काफ़िले की एक गाड़ी पलट गई.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गाड़ी पलटने से कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए थे और उन्हीं घायल पुलिस कर्मियों का पिस्तौल लेकर वो भागने की कोशिश कर रहा था.
इसके बाद पुलिस ने उसे घेर लिया, उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया लेकिन उसने गोली चलानी शुरू कर दी. जवाब में पुलिस ने भी फ़ायरिंग की.
हालांकि विकास को कितनी गोलियां लगी हैं, इसकी कोई जानकारी उन्होंने नहीं दी.
इसके बाद विकास दुबे को स्ट्रेचर पर घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया. पुलिस के अनुसार बाद में डॉक्टरों ने अभियुक्त की मौत की पुष्टि की.
कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मुख्य अभियुक्त विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने गुरुवार नौ जुलाई को उज्जैन से गिरफ़्तार किए जाने के बाद कानपुर लाया जा रहा था.