बामौर ग्राम में हुई घटना विश्राम जाटव की पत्नी पिस्ता जाटव मैं डंपर से लगी टक्कर पिस्ता कोई गंभीर रूप से घायल - The Sanskar News

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Sunday, July 12, 2020

बामौर ग्राम में हुई घटना विश्राम जाटव की पत्नी पिस्ता जाटव मैं डंपर से लगी टक्कर पिस्ता कोई गंभीर रूप से घायल

बामौर ग्राम में हुई घटना विश्राम जाटव की पत्नी पिस्ता जाटव  मैं डंपर से लगी टक्कर पिस्ता कोई गंभीर रूप से घायल
संस्कार न्यूज़ _: शिवपुरी 13/07/2020
शिवपुरी जिले के अंतर्गत आने वाली तहसील बदरवास के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बामौर में दलित समुदाय की बस्ती टपरन के नाम से जाने जाने वाली विश्राम जाटव की पत्नी पिस्ता जाटव हेड पंप से पानी भर कर अपने घर को वापस हो रही थी सभी एक क्रेशर संचालकों का डंपर आया पिस्ता जाटव में टक्कर मारी पिस्ता हुई गंभीर रूप से घायल तुरंत ही बदरवास हॉस्पिटल में एडमिट कराया बामौर गांव के निवासी  रघुराज जाटव द्वारा बताया गया की इस प्रकार की घटना निरंतर होती रहती है हमारे गांव में रघुराज द्वारा बताया गया कि अगर हम लोग क्रेशर संचालकों की शिकायत करते हैं तो हमको वो पिस्टन टांग कर आते हैं डराते और धमकाते है हमारे गांव को रघुराज द्वारा बताया गया कि आज से 6 महीने पहले एक घटना और हुई थी एक गरीब पर सामू डंपर चढ़ाया था उस गरीब की कोई सुनवाई नहीं हुई पत्रकारों ने रघुराज से पूछा कि संविधान की अधिकार आपको मिल रहे हैं क्या रघुराज द्वारा बताया कि हमारे लिए कोई अधिकार नहीं मिल रही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टारगेट करते हुए रघुराज ने कहा कि अधिकार शिवराज सिंह चौहान साहब जानते हैं अब उनके लिए दोबारा मुख्यमंत्री बना दिया है ,, पिस्ता जाटव के पति विश्राम जाटव द्वारा बताया गया कि मेरी पत्नी पिस्ता जाटव गंभीर रूप से घायल हो गई है विश्राम द्वारा बताया गया कि मेरे दो बच्चे हैं दूध पीने वाले छोटे-छोटे बच्चे हैं उनका कौन है विश्राम द्वारा बताया गया की गाड़ी खाली स्प्रिट आ रही थी मेरी पत्नी हेड पंप से पानी भरकर आ रही थी गाड़ी स्प्रिंट में थी मेरी पत्नी को टक्कर मारी पत्नी गंभीर रूप से हुई घायल विश्राम द्वारा बताया गया कि शोल्डर के नीचे उसने अटैक किया है मेरी पत्नी पर विश्राम जाटव से गाड़ी की जानकारी ली तो गाड़ी पर नंबर नहीं गाड़ी का केवल फोटो मिला है गाड़ी संचालक द्वारा गाड़ी पर नंबर वितरित नहीं कराए गए यह तो जांच के बाद ही पता पड़ेगा कि गाड़ी है यह तो सच है कि क्रेशर संचालकों की गाड़ियां है पर किस के संचालक की गाड़ी है ,, रघुराज जाटव द्वारा बताया गया कि मेरी बहू गंभीर रूप से घायल हुई तो हमने हमारा दुख जताते हैं प्रशासनिक अधिकारियों के पास तो प्रशासनिक अधिकारी हमसे अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं रघुराज जाटव द्वारा बताया गया कि क्रेशर संचालकों के डंपर जब हमारे रास्ते से गुजरते हैं तो गंदे कसम के गाने बगैरा बजाते हुए निकलते हैं हमारी औरतों के साथ छेड़छाड़ करते हैं ,, रघुराज जाटव विश्राम जाटव द्वारा कहा कि क्रेशर संचालकों की गुंडागर्दी काफी समय से बरकरार है इस पर शासन और प्रशासन मौन है इसकी वजह तो वही जानते होंगे प्रशासनिक बड़े अधिकारी, , रघुराज द्वारा कहां की है हमारे साथ घटना घटती है बदरवास पुलिस आ जाती है मैं लाठी मारकर भगा देती हमको,, क्या गरीबों का इसी तरह से होता रहेगा शोषण पर दबंगों का होगा इसी प्रकार के गुंडाराज क्या संविधानिक अधिकार आम नागरिक को नहीं है क्या केवल उद्योगपतियों को है क्या हमारा मानना है कि बामौर ग्राम से निरंतर आवाज बुलंद की जाती है उस आवाज को धन बल एवं राजनीतिक बल से उस आवाज को दबा दी जाती है,, जाटव समुदाय द्वारा बताया गया कि हम केवल राजनेताओं को चुनाव के समय ही याद आते हैं हमारी जब परिस्थितियां बिगड़ती है तो हमारी तरफ राजनेता नजर ही नहीं डालते ,, बामौर ग्राम वासियों द्वारा बताया जाता है कि क्या भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेताओं की क्रेसर हैं इसलिए शिवराज सिंह चौहान जी एक्शन नहीं ले पा रहे ,, क्या मध्य प्रदेश की स्थिति किस्म की हो गई क्या हमारे नेताओं को का धंधा बिजनेस चलता रहे जनता भाड़ में जाए,, जनता को तो राजनेता चुनाव के समय ही याद करते हैं उसके बाद भूल जाते हो ,, बामोर ग्राम में निरंतर क्रेशर चलने  से कुए  ओ लगाए गए गरीबों के घर धुअस्त आए कुछ गरीबों के घर से बेघर हो गए ब्लास्टिंग अना धुंध चलने से ,, हमारा मानना है कि मध्य प्रदेश शासन मौन क्यों बैठी है इसके पीछे क्या वजह है ,, ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में क्रेशर संचालकों पर लगाम कसी गई थी ,, और शिवराज सिंह जी के कार्यकाल में अन्ना धुंध ब्लास्टिंग होती है ना तो कोविट नाइट का पालन होता है कोरोनावायरस की महामारी चलते पूरा देश लॉक डाउन का पालन कर रहे क्रेशर संचालकों का व्यापार निरंतर चल रहा था इसके पीछे क्या वजह है,, ग्रामीणों को तो ईश्वर का ही साथ है भगवान के सहारे जी रहा है बामौर ग्राम का कितनी वेरे क्या हो जाए इसका अंदाजा नहीं लगा सकता हैं ,, ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि आने वाले समय में हम नेताओं को देंगे मुंहतोड़ जवाब क्या कानूनी अधिकार केवल बड़े बड़े लोगों को ही हैं हम गरीबों को नहीं है हम गरीबों का इसी प्रकार से शोषण होता रहेगा शासन और प्रशासन मौन बैठा है

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