बैराड़ कृषि उपार्जन केंद्र पर 4 से 5 दिनों तक नहीं हो रही किसानों की तौल। केंद्र प्रभारीमांग रहे, तोलने के नाम पर 2 हजार प्रति ट्रॉली। सैंपल के नाम पर,मालभी ले रहे ज्यादा ।
ऐसा ही मामला कल खरही गोदाम पर आया किसानों ने किया हंगामा अमानक चना को पैसे लेकर तोला गया
5 से ₹8000 लेने वाले किसानों का तोला गया माल और जो नहीं दिए गए वह लगे तीन तीन चार दिन से लाइन में
किसान हो रहे हैं बहुत परेशान कहीं यह आंदोलन का रूप ना ले ले
सोसाइटी वाले खुलकर लूट रहे हैं किसानों को प्रशासन कहां है इसका जिम्मेदार होगा कौन कहीं नहीं हो रही है कोई सुनवाई
बैराड़।। कृषि उपज मंडी बैराड़ में स्थापित किए शासकीय कृषि उपार्जन केंद्र परखरीद केंद्र प्रभारी एवं सर्वेयर द्वारा भारी मात्रा में अनियमितताएं चलने के साथ किसानों द्वारा लाई गई कृषि उपज की तौल कराने के नाम पर केंद्र प्रभारी एवं सर्वेयर द्वारा सांठगांठ से 100 रुपये प्रति क्विंटृल ,2हजार से 3हजाररुपए प्रति ट्रॉली नहीं देने पर कृषि उपज को खराब बताकर चार-पांच दिन तक किसान का माल नहीं तौल कर किसानों को परेशान किया जा रहा है। इतना ही नहीं शासकीय नियमके विपरीत 50 किलो के प्रति कट्टे की तौल पर कट्टे का वजन शासन द्वारा निर्धारित वजन की जगह,50 किलो 800 ग्राम प्रति कट्टा किसान से ली जा रही है।कृषक अखयसिंह यादव,कपिल वर्मा ने बताया कि वे 4 दिन से केंद्र पर अपना चना तुलाने के लिए नंबर लेकर खड़े हुए हैं परंतु उनकी फसल नहीं तो ली जा रही जबकि सांठगांठ वाले,दबंगों एवं व्यापारियों की कृषि उपज हमारे नंबर रोककर पहले की जा रही है कृषकोंने यह भी बताया गरीबी पर केंद्र पर तोल कराने के लिए प्रभारी द्वारा 100 रुपयेप्रति क्विंटल एवं 2 से 3हजार रूपये प्रति ट्रॉली कमीशन की मांग की जाती है नहीं देने वाले किसान की कृषि उपज की तौल न करते उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है इन सब की शिकायतें करने वाले किसानों को कृषि उपज का भुगतान नहीं कराने की धौंस दी जाती है। गौरतलब बात यह है कि किसानों की शिकायत के बाद भी उक्त कार्य में संबंधित अधिकारियों की चैन बनी होने के कारण कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।
सैंपल के नाम पर ली जाती है कृषि उपज।किसानों ने बताया कि उपार्जन केंद्र पर प्रभारी एवं सर्वेयर द्वारा सैंपल के नाम पर 2 किलो से लेकर 5 किलो तक सैंपल के नाम पर गेहूं चना कृषि उपज ली जारही है।
मजदूरी के नाम पर किसानों से ठगी।शासन द्वारा उपार्जन केंद्र पर तैनात किए मजदूरों के नाम पर केंद्र प्रभारी द्वारा 8 रुपया प्रति कट्टा मजदूरी अलग से ली जा रही है।जबकि शासन द्वारा तौल एवं ट्रक में लोडिंग मजदूरी के पैसे उपार्जन केंद्र प्रभारी को शासन द्वारा दिए जा रहे हैं फिर मजदूरों के नाम पर पैसे क्यों लिए जा रहे है।कमीशन के फेर में हजारों क्विंटल घटिया चना की तौल।
बैराड़ उपार्जन केंद्र प्रभारी एवं सर्वेयर द्वारा खरीदी गई गेहूं एवं चने की फसल में हजारों क्विंटल मोटा कमीशन खाकर एवं अपने रिश्तेदारों काघटिया स्तर कटी, घुनी कृषि उपज तौल कर शासन को चूना लगाया जा रहा है।4 दिन से खड़े हैं किसान।अपार्जन केंद्र पर रोज करीब 40 ट्रैक्टर किसानो की फसल की तौल होने से रह जाते हैं उनको नंबर देने के बाद भी कमीशन देने वाले एवं सांठगांठ वाले व व्यापारियों की ट्रॉली बीच में तौली जाती है।केंद्र प्रभारी की जगह काम कर रहा है पुत्र।उपार्जन केंद्र पर खरीदी का कार्य प्रभारी मस्तराम शर्मा की जगह उसका पुत्र चला रहा है जो कृषकों से अभद्र व्यवहार करता है।केंद्र प्रभारी पुत्र को खरीदी केंद्र चलाने का क्या अधिकार है।।
व्यापारियों की खराब फसल की हो रही है तौल।नगर के कई व्यापारियों द्वारा कृषि उपज तौल कराने में सांठगांठ से खराब ,मिट्टी बाला सड़े घुने माल की तौल कर मिलावट की गई है।
मैं बैराड़ खरीदी केंद्र पर अपना चना लेकर आया हूं।कमीशन नहीं देने के कारण
4 दिन से खड़ा हूं नंबर नहीं आया।पास कराने के नाम पर कमीशन के रूप में रुपए नहीं देने पर किसानों को परेशान किया जा रहा है परमिशन नहीं देने पर फसल रिजेक्ट कर दी जाती है। अजय सिंह यादव निवासी भीमलाट।
मैं 5 तारीख को चना तुलाने आया मेरी अभी तक कांटे पर तौल नहीं की गई।बीच-बीच में कमीशन देने वाले एवं व्यापारियों की तौल होने से किसान परेशान हैं।कृषक कमल धाकड़ निवासी ग्राम एनपुरा।खरीद केंद्र के बारे में आप जो जानकारी दे रहे हैं मैं अभी दिखवा कर सही कार्य करने के निर्देश देने कार्रवाई करेंगे। जगदीश सिंह तोमर शाखा प्रबंधक सेवा सहकारी बैंक बैराड।
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