शर्मनाक: बेटियों के रक्षक पिता ही बने भक्षक, अपनी नाबालिग बेटियों को बनाते रहे हवस का शिकार - The Sanskar News

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Friday, March 13, 2020

शर्मनाक: बेटियों के रक्षक पिता ही बने भक्षक, अपनी नाबालिग बेटियों को बनाते रहे हवस का शिकार


13 मार्च 2020 संस्कार न्यूज़

पिता-पुत्री के इस पवित्र संबंधों की मर्यादाओं को चकनाचूर करने वाले अकेले शेखावाटी में एक सप्ताह में ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं।

सीकर। 13 जनवरी 2019 का मामला
कहते हैं कि एक बेटी का सबसे बड़ा विश्वासी और रक्षक उसका पिता होता है। एक बेटी के लिए उसके पिता की गोद ही सबसे महफूज जगह होती है। लेकिन, यही पिता अब सारी मान- मर्यादा और मानवीयता का भक्षण कर उसी बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाकर पारिवारिक व्यवस्था को घटियापन के निम्मतम स्तर पर ले जाने लगे हैं। जब उसी रक्षक पिता के हाथ बेटी के जिस्म को नौंचकर उसकी मान मर्यादा का भक्षण करने लगे तो उस बेटी को कौन बचाएगा? यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है कि क्योंकि बेटियों की इज्जत बचाने की जिम्मेदारी जो पिता समाज में अब तक उठाता रहा है, अब वही पिता उन बेटियों की इज्जत से खेलकर कलयुग को भी कलंकित करने पर तुल गया है। पिता-पुत्री के इस पवित्र संबंधों की मर्यादाओं को चकनाचूर करने वाले अकेले शेखावाटी में एक सप्ताह में ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें पिता ने अपनी ही बेटियों को हवस का शिकार बनाया। यही नहीं, झुंझुनूं के मलसीसर में तो दुष्कर्मी पिता ने अपनी बेटी को दूसरों की भी दरिंदगी का शिकार बनाकर घिनौनेपन की सारे हदें पार कर दी है।

पिता-पुत्री के इस पवित्र संबंधों की मर्यादाओं को चकनाचूर करने वाले अकेले शेखावाटी में एक सप्ताह में ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं।

पहला मामला
यदि ताजा मामलों से शुरुआत करें तो झुंझुनूं के मलसीसर में एक पिता के अपनी 13 साल की बेटी से तीन साल से देहशोषण करने का मामला सामने आया है। यही नहीं पिता अपने साथ दो अन्य युवकों को भी साथ लाकर बेटी को उनके हवाले करता। तीन साल तक मजबूरी में सब सहने वाली बेटी की सहन शक्ति भी जवाब दे गई तो बड़ी मुश्किल से वह घर से भागकर जैसे-तैसे पुलिस तक पहुंची और अपनी आपबीती कही और अपने ही पिता के साथ सोनू और देव नाम के अन्य दो दरिंदों के खिलाफ बयान देकर न्याय की जंग श्ुारू की। पुलिस के अनुसार चार साल पहले मां से तलाक के बाद से 13 वर्षीय नाबालिग अपनी 9 वर्षीय छोटी बेटी के साथ पिता के पास ही रह रही थी। पिछले तीन साल से उसका पिता उसके और उसकी 9 वर्षीय छोटी बहन के साथ मारपीट करता था। उसे डरा धमकाकर उसके साथ बलात्कार करता था। पिता के अलावा गांव के दो युवक भी बलात्कार करते थे। दो दिन पहले दोनों बहनें मारपीट व दुष्कर्म की घटना से डरकर निकटवर्ती गांव झटावा कला में अपने रिश्तेदारों के पास चली गई। जहां से टैम्पो से मलसीसर पुलिस थाने पहुंचकर आपबीती पुलिस को बताई। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पिता को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पिता-पुत्री के इस पवित्र संबंधों की मर्यादाओं को चकनाचूर करने वाले अकेले शेखावाटी में एक सप्ताह में ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं।

दूसरा मामला
मलसीसर के इस केस से पहले सीकर में भी इस सप्ताह ऐसे दो मामले सामने आए थे। यहां रानोली थाना के बराल गांव में 17 वर्षीय बेटी ने अपने पिता पर दो महीने तक लगातार बलात्कार करने का मामला दर्ज कराया था। जिसमें हैवान पिता पर बेटी को जान से मारने की धमकी देकर संबंध बनाने का आरोप लगाया। 11 वीं कक्षा में पढऩे वाली बेटी की यह दर्दभरी दास्तां तब उजागर हुई जब पिता की करतूत से तंग आकर उसने अपनी मां को आपबीती बताई। जिसके बाद मां अपनी बेटी को लेकर थाने पहुंची और दोनों ने हैवान पिता के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया।

पिता-पुत्री के इस पवित्र संबंधों की मर्यादाओं को चकनाचूर करने वाले अकेले शेखावाटी में एक सप्ताह में ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं।

तीसरा मामला
इसी थाने में ऐसे ही कलयुगी पिता का एक मामला और दर्ज हुआ। जिसमें कोछोर गांव के एक पिता के खिलाफ उसकी 14 वर्षीय नाबालिग से बलात्कार का दर्ज करवाया। जिसमें भी पिता पर बेटी के साथ दो साल से दरिंदगी के आरोप लगे। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया।

बहरहाल, अपनी ही बेटियों की अस्मत लूटकर घिनौनेपन की हर हदपार करने वाले यह पिता कानून के शिकंजे में तो कसे गए हैं, लेकिन एक सवाल उस समाज के लिए छोड़ गए हैं, जो नैतिक पतन की ओर तेज गति से बढ़ रहा है।

1 comment:

  1. Dhikkar hai ese pita par inko kadi saja milni chahiye beti padao aur badao na ki unhe galat siksa de

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