
ग्वालियर। देशभर में कोरोना की रोकथाम के लिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश की सबसे बड़ी गोशाला लाल टिपारा मुरार में कोरोना की रोकथाम ओर लोगों को जागरूक करने के जहाँ संत जनों ने मुहं को भगवा कपड़े से ढका वहीं गो-सेवकों को विशेष गोअर्क पेय प्रदान किया। इसके साथ ही गोशाला को आमजनों के लिए बन्द रखा गया, साथ ही जरूरी सेवाओं के लिए तैनात कर्मचारी और गो-सेवकों के लिए गेट पर ही गोमूत्र की केन रखवाई गई और सभी को प्रवेश करने और बाहर जाने के दौरान गोमूत्र से हाथ धुलवाकर सेनिटाइज किया गया। इस दौरान स्वामी ऋषभदेवानन्द ने बताया जिन लोगों के घर में देशी गाय है या लोग गोशाला से जुड़े हैं वह तो गोमूत्र, गोमय ओर पंचगव्य से उपचार कर सकते हैं। लेकिन जो लोग गाय के सम्पर्क में नहीं हैं वह घर पर ही रहें, मुंह को ढके रहें, हाथ धोते रहे व सरकार के निर्देशों का पालन करते रहें। उन्होंने कोरोना वायरस के पनपने की वजह बताते हुए कहा कि गाय के भोजन पराली को लोगों ने जलाया तो दिल्ली गैस चेम्बर बन गई, चीन में जीवों की हो रही हत्या से प्रकृति ने बदले का संकेत समस्त मानव जाति को दिया है। इसलिए हमें हर जीव का सरंक्षण करना चाहिए।
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