
ग्वालियर. माधोगंज इलाके में एक ट्रैवल्स से मोबाइल से भरा कार्टन चुराकर भागे चोरों की टोली को पुलिस ने पकड़ा है। चोरों से 5.50 लाख के 40 मोबाइल बरामद हुए। बाकी 18 मोबाइल का भी पता किया जा रहा है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि कुछ मोबाइल इंदौर में भी बेचे हैं। पुलिस ने टोली के एक सदस्य को उस वक्त पकड़ा जब वह मोबाइल खपाने के लिए ग्राहक का इंतजार कर रहा था।
सीएसपी लश्कर हेमंत तिवारी ने बताया कि नवदीप ट्रैवल्स से मोबाइल से भरा कार्टन चोरी हुआ था। कार्टन में 58 मोबाइल थे। पुलिस चोर को तलाश करने में लगी थी। इसी बीच खबर मिली कि सतीश नाम का युवक रॉक्सी पुल पर एक थैले में कुछ मोबाइल रखकर बेचने की फिराक में है। इस पर माधोगंज थाना पुलिस ने मौके पर जाकर सतीश निवासी गंजीवाला मोहल्ला को पकड़ लिया। थैले की तलाशी ली तो उसमें 10 मोबाइल मिले। थाने लाकर पूछताछ की तो पूरा सच उगल दिया। उसने बताया साथी नीरज कुशवाह के साथ मिलकर नवदीप ट्रैवल्स से मोबाइल का कार्टन चुराया था। इसके बाद नीरज ने 17 मोबाइल लवेश यादव उर्फ छोटू यादव निवासी न्यू पारस बिहार कॉलोनी किशनबाग को बेचे थे। 13 मोबाइल नीरज ने अपने पास रख लिए। जानकारी आने के बाद पुलिस ने नीरज और लवेश यादव को भी पकड़ लिया। उनके पास से भी मोबाइल बरामद किए। तीनों से 40 मोबाइल मिले हैं। इस टोली को पकडऩे में टीआइ प्रशांत यादव, उपनिरीक्षक अरविंद सिंह तोमर, आरक्षक सागर सिंह, सतीश और धर्मेन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सीएसपी लश्कर हेमंत तिवारी ने बताया कि नवदीप ट्रैवल्स से मोबाइल से भरा कार्टन चोरी हुआ था। कार्टन में 58 मोबाइल थे। पुलिस चोर को तलाश करने में लगी थी। इसी बीच खबर मिली कि सतीश नाम का युवक रॉक्सी पुल पर एक थैले में कुछ मोबाइल रखकर बेचने की फिराक में है। इस पर माधोगंज थाना पुलिस ने मौके पर जाकर सतीश निवासी गंजीवाला मोहल्ला को पकड़ लिया। थैले की तलाशी ली तो उसमें 10 मोबाइल मिले। थाने लाकर पूछताछ की तो पूरा सच उगल दिया। उसने बताया साथी नीरज कुशवाह के साथ मिलकर नवदीप ट्रैवल्स से मोबाइल का कार्टन चुराया था। इसके बाद नीरज ने 17 मोबाइल लवेश यादव उर्फ छोटू यादव निवासी न्यू पारस बिहार कॉलोनी किशनबाग को बेचे थे। 13 मोबाइल नीरज ने अपने पास रख लिए। जानकारी आने के बाद पुलिस ने नीरज और लवेश यादव को भी पकड़ लिया। उनके पास से भी मोबाइल बरामद किए। तीनों से 40 मोबाइल मिले हैं। इस टोली को पकडऩे में टीआइ प्रशांत यादव, उपनिरीक्षक अरविंद सिंह तोमर, आरक्षक सागर सिंह, सतीश और धर्मेन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
ट्रैवल्स पर काम कर चुका है सतीश
पुलिस का कहना है सतीश उसी ट्रैवल्स पर काम करता था। इसलिए उसे पूरी जानकारी थी कि कब कौन सा माल आता है। इन मोबाइल के बारे में भी उसे जानकारी थी।
पुलिस का कहना है सतीश उसी ट्रैवल्स पर काम करता था। इसलिए उसे पूरी जानकारी थी कि कब कौन सा माल आता है। इन मोबाइल के बारे में भी उसे जानकारी थी।
इंदौर में खरीदार की तलाश
सतीश ने बताया कि कुछ मोबाइल उसने इंदौर में भी बेचे हैं हालांकि बाद में कुछ और शहरों के नाम भी गिनाए। पुलिस अब इंदौर में उस व्यक्ति को तलाश करेगी जिसने इनसे मोबाइल खरीदे हैं। पुलिस का कहना है करीब चार-पांच मोबाइल तो उसके पास होना चाहिए।
सतीश ने बताया कि कुछ मोबाइल उसने इंदौर में भी बेचे हैं हालांकि बाद में कुछ और शहरों के नाम भी गिनाए। पुलिस अब इंदौर में उस व्यक्ति को तलाश करेगी जिसने इनसे मोबाइल खरीदे हैं। पुलिस का कहना है करीब चार-पांच मोबाइल तो उसके पास होना चाहिए।
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