संस्कार न्यूज़ Date:04-Jan-2020

भोपाल. प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक (Guest Teachers) पिछले 11 दिनों से भोपाल (Bhopal) के शाहजहांनी पार्क में धरने पर बैठे हैं. अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने 90 दिनों में उन्हें नियमित करने का वादा किया था, लेकिन वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में अतिथि शिक्षकों ने सरकार को उसका वादा याद दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन का अनूठा तरीका (Guest Teachers Protest) अपनाया. प्रदर्शनकारियों ने जूता पॉलिश किए तो वहीं लोगों के जूतों पर पॉलिश कर सरकार को बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. अतिथि शिक्षकों ने 10-10 रुपए में पॉपकॉर्न और टमाटर बेचकर सांकेतिक रूप से विरोध जताया.
2500 रुपए में गुजर-बसर मुश्किल
प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों का कहना है कि उनकी माली हालत बेहद खराब है. महज 2500 रुपए में गुजर-बसर करना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में अब हम जूता प़ॉलिश करने के साथ ही पॉपकॉर्न और टमाटर बेचने को मजबूर हैं. शाहजहांनी पार्क में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने सरकार से पूछा कि वे वर्षों से अतिथि के तौर पर ही स्कूलों में सेवा कर रहे हैं, आखिर उन्हें कब नियमित किया जाएगा और कब हमसे किया हुआ वादा कांग्रेस सरकार पूरा करेगी.
अतिथि शिक्षकों के धरने से पढ़ाई ठप
एक तरफ जहां अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को पूरा करने के लिए भोपाल में धरना दे रहे हैं, वहीं उनकी अनुपस्थिति से प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की बेहद कमी हो गई है. अब तक पात्रता शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई है. ऐसे में अतिथि शिक्षकों के स्कूलों में काम-काज बंद करने और कक्षाओं का बहिष्कार करने से स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई ठप है. प्रदेशभर के स्कूलों में पहले से ही शिक्षकों की कमी है, उस पर से अतिथि शिक्षकों के न रहने से रिजल्ट पर भी असर दिख सकता है.
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