तहसीलदार अमिता बोली मानसिक रूप से प्रताड़ित किया,मानहानि नोटिस की तैयारी 1 इंच पट्टा दिया हो तो खुद को सजा देने को तैयार - The Sanskar News

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Wednesday, January 22, 2020

तहसीलदार अमिता बोली मानसिक रूप से प्रताड़ित किया,मानहानि नोटिस की तैयारी 1 इंच पट्टा दिया हो तो खुद को सजा देने को तैयार


  • एक बार फिर मीडिया के सामने आई KBC से सुर्खियों में आने वाली तहसीलदार अमिता सिंह
  • प्रायोजित तरीके से मानसिक रूप से किया जा रहा प्रताड़ित।
  • पंजाब से आये दल को किया गया गुमराह।
  • सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते हुई निलंबित, कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक ने बोल दिया कि फर्जी पट्टो पर हुई निलंबित।

श्योपुर। मध्यप्रदेश की एन्टी माफिया मुहिम के चलते प्रशासन ने नोटिस बांट बांट कर खूब रेवड़ी बटोरी और जहाँ रेवड़ी न मिली वहाँ सख्त कार्यवाही होना लाजिमी रहा। इन बातों की प्रमाणिकता इस बात से होती है कि कुछ दिन पहले मुख्य सचिव श्री मोहंती का पत्र भी सोशल मीडिया पर सामने आया था।कुछ ऐसा ही कराहल में सिख समुदाय को लेकर भेदभाव पूर्ण कार्यवाही प्रशासन के द्वारा की गई ,ऐसे आरोप प्रशासन पर लगे और शिकायत प्रदेश के मुखिया कमलनाथ तक पहुंची। प्रशासन पूरे अमले के साथ कहर बन इन चुनिंदा परिवारों पर टूट पड़ा,आखिर मुँह से आये निवाला अगर छिन जाए तो वेदना सहना मुश्किल है और उसका सीधा असर कराहल में सिख परिवारों पर देखने मिला।जब इस द्वेषपूर्ण कार्यवाही के खिलाफ सिख समाज लामबंद हुआ तो प्रशासन की सांसें फूल गयी और निशाना अमिता सिंह को बनाया गया।

अमिता सिंह तोमर ने स्प्ष्ट रूप से कुछ सवाल मीडिया के सामने रँखे जिनके जवाब मिलना लाजिमी है।

आखिर किसने अभयदान दिया जो कार्यवाही करने वाले दस्ते पर गाज नही गिरी ? जब पट्टे हुए थे तब अमिता सिंह क्या श्योपुर में पदस्थापित थी ?

जिन 14 सिखो के घर तोड़े गए उनके पट्टे 2002-03 के हैँ और 2006 मे अमल हुए उस समय तो हम जिला सीहोर मे NT पद पर पदस्थ थे श्योपुर मे हमने पट्टे कैसे कर दिए ?

2011 मे हमने पट्टे किये ये बताया कलेक्टर ने जबकि कराहल मे हमने 31/12/2012 को ज्वाइन किया 2011 मे पट्टे हमने कैसे कर दिए ?
फिलहाल सिख समुदाय के साथ हुई इस कार्यवाही की सुगबुगाहट अब दूसरे राज्यों तक पहुंच चुकी है।

वही पंजाब से एक प्रतिनिधिमंडल भी कराहल पहुँचा और उनसे चर्चा की। देखना अब यह है कि कमलनाथ सरकार क्या वाकई दोषियों पर कार्यवाही कर पाता है या एक बार फिर महिला तहसीलदार को ही निशाना बनाया जाता है।

अपने 16 साल के सेवा काल मे एक भी इंच का पट्टा हमारे द्वारा दिया गया कोई भी सिद्ध कर दे स्वयं को सजा देने तैयार है,मानसिक रूप से प्रताड़ित और छवि को धूमिल किया गया है इसलिये मानहानि का का नोटिस भेज रहे हैं।

अमिता सिंह तोमर तहसीलदार श्योपुर

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