शिवपुरी। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में उलझते जा रहे गुना शिवपुरी सांसद डॉ के पी यादव को मुसीबतों के बीच खबर आई कि सांसद को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। इसके साथ ही गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद डॉ.के.पी.यादव पर जाति प्रमाण पत्र के मामले में दर्ज आपराधिक मामले को लेकर यादव महासभा में रोष व्याप्त है और इस घटना का विरोध जताते हुए आज यादव महासभा के जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव के नेतृत्व में उचित जांच की मांग को लेकर एक ज्ञापन राज्यपाल के नाम अपर कलेक्टर को सौंपा गया।

इस ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि सांसद डॉ.के.पी.यादव द्वारा पत्र क्रं.1977 वी-121/14 दिनांक 22.07.2014 को यादव अहीर जाति का होने से विहित प्रक्रिया व वांछित जानकारी  प्रदान कर अन्य पिछड़े वर्ग का जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया था तथा उनके पुत्र सार्थक यादव ने प्र क्र 946 बी.121/2019-20 से दिनांक 22.07.2019 को यादव अहीर जाति का होने से अन्य पिछड़े वर्ग का प्रमाण पत्र बनवाया गया।

जिसकी जानकारी उपरांत विहित अवधि में माननी सांसद द्वारा अपने पुत्र के जाति प्रमाण पत्र के पद क्रं.03 में आय पति-पत्नि की संयुक्त आय दर्ज ना होने से दिनांक 26.11.19 संशोधन दुरूस्ती आवेदन विहित दिशा निर्देश मप्र शासन प्रशासन के अंतर्गत सक्षम अधीनस्थ अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कराया जिस पर कोई कार्यवाही विहित प्रक्रिया अनुसार न करते हुए दिनांक 6.12.2019  को माननीय सांसद के कार्यालय में अधीनस्थ अनुविभागीय अधिकारी  राजस्व मुंगावली ने तहसीलदार पिपरई  के माध्यम से एक पत्र भिजवाया कि अपर कलेक्टर जिला अशोकनगर के संबंध में शिकायत की गई है।

जिसके बाद माननीय सांसद के विरूद्ध जाति प्रमाण पत्र को लेकर आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। इस घटना से यादव समाज में रोष व्याप्त है और मामले में जांच को लेकर आज यादव महासभा के जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव के नेतृत्व में एक ज्ञापन अपर कलेक्टर को सौंपा है। इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में यशपाल यादव,उपेन्द्र सिंह यादव, अखै सिंह यादव, सत्यवीर यादव, श्याम सिंह यादव, मस्तराम यादव, मुकेश यादव, वीपी सिंह यादव, हरनाम यादव, बद्री सरपंच, कल्याण सिंह, माछी यादव, अजमेर सिंह यादव, हजरत सिंह यादव, महेन्द्र सिंह यादव, रमेश यादव, राजाराम सिंह यादव आदि सहित अन्य समाज बन्धु मौजूद रहे।