संस्कार न्यूज़ , 24 दिसंबर 2019
किस-किस ने दबाव बनाया क्या कारण बना यह तो पोस्टमार्टम और जांच के बाद ही पता चलेगा इस मौत के पीछे का कारण क्या है
संतोष शर्मा की मौत का जांच का विषय बन गया है
हत्या हुई है या और ही कुछ
विजयपुर नगर परिषद सीएमओ संतोष शर्मा सोमवार सुबह कमरे में बिस्तर पर मृत हालत में मिले। पहली नजर में मौत हार्टअटैक से मानी जा रही है, लेकिन विजयपुर नगर परिषद में चल रही तनातनी के कारण आला अफसरों ने मौत को संदिग्ध मानते हुए जांच एफएसएल टीम को सौंपी है। विजयपुर पुलिस ने फिलहाल इस मामले में मर्ग की कायमी की है।
चार साल से ज्यादा समय तक बड़ौदा नगर परिषद के सीएमओ रहे संतोष शर्मा करीब तीन महीने पहले ही विजयपुर नप के सीएमओ बनाए गए थे। वह सेमई तिराहे के पास एक मकान में किराए से रहते थे। रोज की तरह सुबह कल्ला कुशवाह नाम का कर्मचारी चाय लेकर पहुंचा।
आमतौर पर बंद मिलने वाला घर का दरवाजा सोमवार को खुला मिला। कल्ला चाय लेकर सीधे सीएमओ के कमरे में पहुंचा।कई आवाज लगाने के बाद सीएमओ नहीं उठे तो कल्ला ने कंबल हटाकर देखा तो सीएमओ मृत हालत में मिले। सूचना मिलते ही एसडीएम त्रिलोचन गौड़, एसडीओपी मोहित यादव, तहसीलदार अशोक गोबड़िया मौके पर पहुंचे, हालात देखने के बाद एफएसएल टीम को बुलाया।
खाना बनाने वाली बाई रात में जो खाना बनाकर गई थी वह भी जस का तस मिला। मौके पर पीएम व थाने में मर्ग दायर होने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इस मामले में सीएमओ के परिजन फिलहाल कुछ भी बोलने तैयार नहीं थे।
तीन दिन से थी सीने में दर्द की शिकायत:-
सीएमओ संतोष शर्मा की तबियत तीन दिनों से खराब चल रही थी। उनकी गाड़ी के ड्राइवर व कुछ कर्मचारियों ने यह बातें जांच कर रही पुलिस टीम को भी बताई है। पूछताछ में पता चला है कि तीन दिन पहले संतोष शर्मा ने श्योपुर में एक प्राइवेट क्लीनिक पर चेकअप भी करवाया था। डॉक्टर के अनुसार वह दर्द की दवाएं खा रहे थे।
कस्बे में तरह-तरह की अफवाहें:-
सीएमओ की मौत के बाद विजयपुर कस्बे में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। नगर परिषद ने तीन साल पहले जिन 17 दुकानों की नीलामी गुपचुप तरीके से की थी, उस नीलामी को संयुक्त संचालक ने निरस्त कर दिया था। सीएमओ संतोष शर्मा, दुकानों के आवंटन को शून्य करने की कार्रवाई कर रहे थे, लेकिन नगर परिषद में ही उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा था। इसके अलावा संविदा पर कुछ नियुक्तियां करवाने के मामले में भी नप में विवाद चल रहा था। इसको लेकर उन पर दबाव भी बताया गया है।
इनका कहना है:-
सीएमओ बिस्तर पर मृत मिले हैं। उनकी मौत के बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता। हमें मामला संदिग्ध लगा, इसीलिए एफएसएल टीम को जांच के लिए बुलाया। उनके पीएम की वीडियोग्राफी करवाई गई है, पुलिस ने भी मर्ग का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
-त्रिलोचन गौड़, एडीएम श्योपुर-
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