लाखों रुपए से बनी नालियां अब हैं केवल कचरादान - The Sanskar News

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Sunday, December 8, 2019

लाखों रुपए से बनी नालियां अब हैं केवल कचरादान


गुना. शहर के अधिकांश वार्डों में जहां नालियां न होने से लोग परेशान हैं वहीं नानाखेड़ी से हनुमान चौराहा तक बनाई गईं नाली भी परेशानी का सबब बन गई है। क्योंकि इसे बनाने के बाद कवर्ड नहीं किया गया है। जिसके कारण सड़क के दोनों ओर स्थित नाली कचरे से भर गई है।
लंबे समय बाद भी इन नालियों की सफाई न होने से कचरा सड़ चुका है। जिससे पूरे समय गंध आती रहती है। लोग इसके आसपास खड़े भी नहीं हो पाते हैं।
जानकारी के मुताबिक करीब एक साल पहले शहर की नानाखेड़ी कृषि उपज मंडी से लेकर हनुमान चौराहा तक सड़क चौड़ीकरण कार्य किया गया और इसके बाद सड़क के दोनों ओर लाखों रुपए खर्च कर काफी गहरी व चौड़ी नाली बनाई गईं लेकिन निर्माण पूरा होने के 6 माह बाद भी इसे कवर्ड नहीं किया जा सका है। जिसके कारण सड़क के दोनों ओर की नाली कचरादान में तब्दील हो चुकी हैं।

खुली नाली से दुर्घटना का भी खतरा
नानाखेड़ी से हनुमान चौराहा तक सड़क के दोनों ओर बनाई गई नाली को खुला छोडऩे यह दुर्घटना का सबब भी बन रही है। क्योंकि यह नाली काफी चौड़ी व गहरी है। नाली के एक साइड बनी दुकानें, सरकारी विभागों के कार्यालय तथा निजी संस्थाओं के ऑफिस तक जाने वाले लोगों को इस चौड़ी नाली को पार कर जाना पड़ रहा है।
लाखों रुपए से निर्मित नालियां बनी कचरादान
ऐसे में हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। वही कुछ लोगों ने इस नाली के ऊपर गुमठी रख ली हैं। जो खुली नाली में कचरा डाल रहे हैं। यही नहीं नाली कवर्ड न होने हवा से उड़कर भी कचरा नाली में जमा हो रहा है।
इन स्थानों पर स्थिति खराब
नानाखेड़ी मंडी रोड से गायत्री मंदिर तक के क्षेत्र में नाली कचरे से आधी भर चुकी है। वहीं मंदिर के सामने स्थित कॉम्प्लैक्स के दुकानदार इस खुली नाली को कचरादान के रूप मेें उपयोग कर रहे हैं। पीजी कॉलेज रोड से तहसील कार्यालय व न्यायालय की बाउंड्री से लगी नाली भी कचरे से पूरी तरह भर चुकी है। खुली नाली किनारे कई ठेले वाले खाद्य पदार्थ बेचते हैं जिस पर मक्खियां बैठती रहती हैं।
खड़े नहीं हो पाते यात्री
तहसील कार्यालय के सामने बस स्टैंड भी है। जहां शिवपुरी, ग्वालियर व अशोकनगर जाने वाले यात्री खड़े होकर बस का इंतजार करते हंै। लेकिन खुली नाली में लंबे समय से एकत्रित कचरे से काफी बदबू आती रहती है। मच्छर मक्खियां उड़ती रहती हैं। ऐसे में यात्रियों का यहां खड़ा होना काफी मुश्किल हो रहा है।

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