भोपाल. राजस्थान के पास बने ऊपरी हवा के चक्रवात और अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आई नमी के कारण गुरुवार को प्रदेश का मौसम अचानक बदल गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि भोपाल समेत 10 शहरों में बारिश के साथ ओले भी गिरे। रायसेन के पास सगौनिया गांव के एक किसान की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर तौर पर घायल लो गया। सीजन के इस पहले मावठे ने ठंड बढ़ा दी, इसका खेती पर भी असर होगा। कृषि वैज्ञानिक डॉ. स्वप्निल दुबे ने बताया कि गेहूं की फसल को भी फायदा होगा। लेकिन, जिन्होंने चार-पांच दिन पहले बोवनी की है, उनकी फसल को नुकसान हो सकता है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, “प्रदेश में कई हिस्सों में कल अचानक हुई बारिश, आंधी व ओलावृष्टि से फ़सलों को नुक़सान की जानकारी मिली। किसान भाई चिंतित ना हों, सरकार संकट की इस घड़ी में आपके साथ है। हरसंभव मदद की जाएगी।”
शुक्रवार को विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर हुई
राजधानी भोपाल में गुरुवार को हुई बारिश का असर ये रहा कि शुक्रवार को सुबह विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर रह गई। भोपाल में रात साढ़े 11 बजे तक 8 घंटे में 21.6 मिमी बारिश हुई। इससे दिसंबर में बारिश का नया रिकॉर्ड बन गया। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि इससे पहले 13 दिसंबर 2014 को 19.5 मिमी बारिश हुई थी।
बिजली गिरने से किसान की मौत
इधर, रायसेन के पास सगौनिया गांव के एक किसान की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर तौर पर घायल लो गया। किसान आदर्श मीना पुत्र नवलसिंह (20) अपनी धान बेचने के लिए ट्राली को दशहरा मैदान में लगे पीपल के पेड़ के नीचे लेकर आ गए। इस दौरान शाम 5.30 बजे वहां पेड़ पर बिजली गिर गई। इससे उसकी मौत हो गई। जबकि सौरभ मीणा पुत्र राधेश्याम मीना (18) गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे भोपाल रेफर किया गया है। इनके आलवा सुल्तानपुर के गौरिया इमलिया गांव में तेज हवा से एक पेड़ गिर गया। इस पेड़ के चपेट में आने से किसान अब्दुल्ला भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
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