देश के 15 से अधिक राज्‍यों के इन 85 शहरों में 18 दिसंबर तक बारिश के आसार, देखें पूरी लिस्‍ट - The Sanskar News

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Tuesday, December 17, 2019

देश के 15 से अधिक राज्‍यों के इन 85 शहरों में 18 दिसंबर तक बारिश के आसार, देखें पूरी लिस्‍ट

Weather Update : देश के 15 से अधिक राज्‍यों के इन 85 शहरों में 18 दिसंबर तक बारिश के आसार, देखें पूरी लिस्‍ट

मल्‍टीमीडिया डेस्‍क। Weather Update : बेमौसम बारिश अब मुसीबत का सबब बनती जा रही है। इस साल मानसून धमाकेदार रहा, जिसके चलते अब सर्दी भी कड़ाके की पड़ने के आसार हैं। उत्‍तर भारत में बर्फबारी होने से अब सर्द हवाओं की ठिठुरन महसूस होने लगी है। मौसम के जानकारों का अनुमान है कि अभी देश में इस पूरे सप्‍ताह कहीं ना कहीं बारिश होती रहेगी। यह कम भी हो सकती है, ज्‍यादा भी। बारिश से ठंड भी गहरा सकती है। 18 दिसंबर तक देश के 15 से अधिक राज्‍यों के 85 शहरों में बारिश का अनुमान है। आइये जानते हैं देश में कहां क्‍या हालात रहेंगे।

- 18 दिसंबर से हिमालयी भागों के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी फिर से आ सकता है। इसके परिणामस्‍वरूप उत्तर के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश का एक नया दौर देखने को मिल सकता है।

- बिहार व झारखंड के गया, बक्सर, पटन, छपरा, वैशाली, औरंगाबाद, बांका, डाल्टनगंज, चतरा, कोडरमा, गिरि, गिरिडीह, चंपारण, मधुबनी, सुपौल, किशनगंज, रामचांची, रामपुर आदि स्थानों पर अगले 24 घंटों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना है।

- राजस्‍थान में श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, भटिंडा, सिरसा, हिसार, भिवानी, सीकर, चूरू, बीकानेर, जयपुर, अलवर में बारिश हो सकती है।

- उत्‍तर भारत में पंजाब व हरियाणा के अमृतसर, जालंधर, चंडीगढ, लुधियाना, अम्बाला, पंचकुला, जींद, करनाल, रोहतक सहित दिल्ली व यूपी में मेरठ आदि शहरों में बारिश की संभावना है।

- अगले 24 से 36 घंटों के दौरान विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तर मध्य महाराष्ट्र में बारिश की संभावना है।

- 18 दिसंबर के आसपास ही जम्‍मू-कश्‍मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्‍तराखंड में एक वेस्‍टर्न डिस्‍टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक बार फिर से बारिश व बर्फबारी की संभावना बन सकती है।

- पुणे, औरंगाबाद, नासिक, अकोला, अमरावती, नागपुर, यवतमाल और जालना में बारिश की संभावना है।

- झारखंड में चतरा, देवघर, धनबाद, दुमका, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, जामताड़ा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू, रामगढ़ और साहिबगंज में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।

- छत्‍तीसगढ़ के बिलासपुर, पेंड्रा रोड, मध्‍यप्रदेश के सतना, उमरिया, जबलपुर और सागर जैसे स्थानों पर अगले 24 घंटों के दौरान हल्की बारिश देखने को मिल सकती है।

- उत्तर भारत में श्रीनगर, शिमला, कुल्लू, मसूरी, नैनीताल आदि स्‍थान शीतलहर की चपेट में हैं। यहां से सर्द हवाएं अन्‍य शहरों की ओर भी जा सकती हैं।

- पश्चिम बंगाल में अगले 24 से 36 घंटों के दौरान मौसम बिगड़ सकता है। यहां कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, न्यू जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी, बगदोगरा, दिनाजपुर, और मालदा जैसी जगहों पर गरज, चमक के साथ बारिश की आशंका है।

- इन उप-हिमालयन कंडीशन के चलते पश्चिम बंगाल और इसके आसपास के क्षेत्रों में दिन के तापमान में भारी गिरावट की संभावना है।

- अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक सहित केरला और अंडमान और निकोबार द्वीपों के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश होगी।

- बारिश के अलावा कई राज्‍यों में घना कोहरा छा सकता है। यह अनुमान है कि उत्तराखंड, मध्‍यप्रदेश, हरियाणा, दिल्‍ली, उत्तर राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के उत्तरी भागों और बिहार में कई स्थानों पर मध्यम से घना कोहरा छाया रहेगा।

- आगामी तीन दिनों में उत्‍तर भारत में राजस्‍थान, पंजाब, हरियाणा, यूपी व दिल्‍ली में कोहरे के चलते दृश्‍यता में कमी आ सकती है। यहां श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, भटिंडा, सिरसा, हिसार, भिवानी, सीकर, चूरू, बीकानेर, जयपुर, अलवर, अमृतसर, जालंधर, चंडीगढ़, लुधियाना, अंबाला, पंचकुला, जींद, करनाल, रोहतक, दिल्ली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मेरठ और गौतमबुद्धनगर में दृशयता में कमी आने का अनुमान है।

- राजस्थान में अब रात का तापमान कम होना शुरू होगा। यहां सीकर जिला देश के मैदानी इलाकों में सबसे ठंडा शहर है, जिसका रात का तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।

- हिमालय के आसपास के क्षेत्रों में हिमस्खलन और भूस्खलन की आशंका अगले दो दिनों तक बनी रहेगी। ऐसे में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सतर्क होना पड़ेगा और कोशिश करना होगी कि ऊंचाई वाले इलाकों में जहां पर बड़ी मात्रा में बर्फ गिरी है वहां सावधानी बरतें।

18 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी भागों के पास फिर से आ सकता है, जिसके कारण उत्तर के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश का एक नया दौर देखने को मिल सकता है।

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