
जगदीश वर्मा निवासी सरकारी क्वार्टर थाटीपुर ने बताया बेटा सौरभ होटल मैनेजमेंट की फाइनल इयर का छात्र था। बुधवार को उसका आखिरी पेपर था। दोपहर दो बजे बाइक एमपी 07 एनए 8164 से परीक्षा देने महाराजपुरा में कॉलेज गया था। शाम छह बजे तक उसे घर वापस आना था। रात 9 बजे तक नहीं लौटा तो उसे फोन किए। मोबाइल पर घंटी जाती रही कॉल रिसीव नहीं हुआ। उसके दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां भी उसे ढूंढा इसमें पूरी रात निकल गई। गुरुवार दोपहर करीब 12.30 बजे बहोड़ापुर थाने से फोन आया कि सौरभ की बाइक सहस्त्र बाहू मंदिर के सामने बुधवार शाम से लावारिस खडी है तो किले पहुंचे तो उसका छिंगे शाह की दरगाह के पीछे झाडिय़ों में पड़ा मिला। पुलिस के मुताबिक जिस जगह शव मिला है। वहां घनी झाडिय़ा हैं। उनकी डालियां टूटी हैं। इससे जाहिर है सौरभ किले की बाऊंड्री से गिरा है। लेकिन किले पर सुबह से दिन ढ़लने तक लोगों की भीड़ रहती है। जिस जगह से सौरभ गिरा वहां भी कई लोगों की मौजूदगी रहती है फिर उसके गिरने की बात 24 घंटे तक सामने क्यों नहीं आई।
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