डेंगू पर प्रहार अभियान के तहत दिनांक 15 सितम्बर से चलाया जायेगा डेंगू नियंत्रण महाअभियान । - The Sanskar News

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Monday, September 13, 2021

डेंगू पर प्रहार अभियान के तहत दिनांक 15 सितम्बर से चलाया जायेगा डेंगू नियंत्रण महाअभियान ।

द संस्कार न्यूज़ 14/09/2021
न्यूज़ बाय दीपक शाक्य पोहरी ब्यूरो चीफ
शिवपुरी - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश स्तर पर 15 सितम्बर को प्रातः 10 बजे डेंगू नियंत्रण महाअभियान का शुभारंभ किया जाएगा। जबकि जिला स्तर पर प्रभारी मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस अभियान में डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण गतिविधियों तथा जन-जन को डेंगू रोग के प्रति जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार गतिविधियों संचालित की जाएगी।
वर्षा ऋतु के दौरान वेक्टरजनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू एवं चिकनगुनिया इत्यादि का संक्रमणकाल प्रारंभ हो चुका है। उल्लेखनीय है कि वेक्टरजनित रोगों का बचाव एवं नियंत्रण आमजन के सहयोग से आसानी से किया जा सकता है। वर्षाकाल के प्रारंभ होते ही अनेक स्थानों पर जल-जमाव होने के कारण घरों में छोटे कंटेनर, टंकियों इत्यादि में एक सप्ताह से अधिक जल संग्रह करने की प्रवृत्ति के कारण डेंगू एवं चिकनगुनिया जैसे रोग फैलाने वाले एडीज मच्छर का प्रजनन शुरू हो जाता है तथा नियमित साफ सफाई न होने के कारण इन मच्छरों के लार्वा उत्पत्ति का स्त्रोत बन जाते हैं, जिससे माह अगस्त से अक्टूबर तक इन बीमारियों का प्रकोप अत्यधिक रहता है।
वर्तमान में डेंगू के प्रकरणों में वृद्धि देखने में आई है, जिसके दृष्टिगत राज्य शासन द्वारा 15 सितम्बर से डेंगू नियंत्रण हेतु डेंगू पर प्रहार जनअभियान प्रारंभ किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस अभियान में डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के उपायों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने हेतु विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा जिले मे डेंगू निरोधक गतिविधियां संचालित की जायेंगी। जिसमें डेंगू निरोधक गतिविधियों में सम्बंधित जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को भी सम्मिलित किया जाना, जिले के ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक ग्राम एवं शहरी क्षेत्र में प्रत्येक वार्ड में डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण गतिविधियां संचालित किये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार की जाएगी। प्रत्येक घरो में लार्वा सर्वे, स्पेस स्प्रे, फारगिंग, जलजमाव हटाने हेतु दल गठित किये जाए। इन मुख्यतः आशा कार्यकर्ताओ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत कर्मी, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, नॉन मेडिकल असिस्टेंट, मलेरिया निरीक्षक, व्ही.बी.डी. टेक्निकल सुपरवाइजर इत्यादि जैसे मैदानी कार्यकर्ताओ को सम्मिलित किया जा सकता है। फॉगिंग एवं छिड़काव हेतु पर्याप्त मात्रा में क्रियाशील कम्प्रेसर पंप, फॉगिंग मशीन, कीटनाशक, रसायन इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
 
अभियान के दौरान मच्छरों की वृद्धि के स्रोत में कमी लाने हेतु ये गतिविधियां संचालित होंगी
संचालित गतिविधियों में 7 दिनों से अधिक समय तक किसी भी स्थान पर जलजमाव न हो। कुलर, टंकी, गमले, फूलदान, पुराने टायर, बेकार डब्बे, सकोरे, खाली प्लाट, गड्ढों इत्यादि की सफाई की जाए। किसी क्षेत्र में लार्वा पाए जाने पर सर्वप्रथम लार्वा वाले पानी को खाली कराया जाए, यदि पानी खाली न कराया जा सकता हो तो पानी को छान कर उसमे से लार्वा पृथक किये जा सकते है। यदि तत्काल पानी खाली न किया जा सकता हो, जिनमे लार्वा हों तो उसमे सही मात्रा में टेमीफोस लार्वा नाशक का घोल डालें, सूची तैयार करें तथा 24 घंटे के भीतर खाली कराकर लार्वा नष्ट करने की व्यवस्था की जाए। उक्त क्षेत्र में मच्छर के लार्वा शून्य होने तक एंटीलार्बल गतिविधियां सम्पादित की जाए। एंटीलार्वल गतिविधि अंतर्गत लार्वा नियंत्रण हेतु टेमीफोस 50 प्रतिशत का घोल, बीटीआई पाउडर, बीटीआई लिक्विड जैसे एंटीलार्बल रसायन का उपयोग किया जाए। प्रभावित क्षेत्रों में रसायन साइफेनोश्रिन 5 प्रतिशत के द्वारा आउटडोर फॉगिंग कार्य किया जाए। कीटनाशक पायरेथर्म 2 प्रतिशत द्वारा डेंगू पॉजिटिव रोगी के घर के आसपास 400 मीटर के क्षेत्र में स्थित घरों में स्पेस स्प्रे। डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के उपायों की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने हेतु विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए, आमजन को पूरी बाह के कपड़े तथा बुखार प्रभावित रोगियों को एलएलआईएन/बेड नेट का प्रयोग करने की सलाह। किसी भी बुखार के रोगी को 24 घंटों के अंदर जांच एवं उपचार प्रारंभ करने की सलाह दी जाएं। जिले में आयुष्मान भारत निरामयम योजना से सम्बद्ध अस्पतालों में डेंगू के रोगियों का निशुल्क उपचार सुनिश्चित किया जाए।

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