सतनबाड़ा : एक दर्जन हरे भरे फलदार पेड़ों को दबंगों ने काटकर बेचने का किया प्रयास प्रशासन देखता रहा कार्रवाई के नाम पर बचने का करता रहा प्रयास अभी तक नहीं हुई कोई कार्रवाई
आखिर सब कुछ जल्द से जल्द कैसे हुआ और रातों रात इतनी सारी लकड़ियां एवं कटे हुए भारी वृक्षों को जगह से कैसे गायब कर लिया जबकि रेंजर एवं थाना प्रभारी के संज्ञान में होते हुए लकड़ियों को वहां से जाने कैसे दिया गया ए तो जांच का विषय है
जबकि जिसकी जमीन पर पेड़ हैं वह दर-दर भटक कर शिकायत कर रहा है इसके बाद कोई सुनवाई नहीं हो रही इसके पीछे क्या किसी बड़ी हस्ती का हाथ है इस कारण प्रशासन हाथ नहीं डाल रहा या फिर कुछ सांठगांठ करके मामले को दबाया जा रहा है
मामला सतनवाड़ा ग्राम पंचायत से जुड़ा हुआ दबंगों ने हरे भरे वृक्षों की मशीनों द्वारा कि कटाई जब पीड़ित व्यक्ति ने वन विभाग एवं थाना प्रभारी से गुहार लगाई लेकिन किसी ने नहीं कि आज दिनांक तक कोई सुनवाई वन विभाग के डिप्टी रेंजर एवं रेंजर इंदर सिंह धाकड़ ने ट्रैक्टर को जब्ती में लेकर अचानक लकड़ियों से भरे ट्रैक्टर को रात में छोड़ दिया ऐसा क्या कारण था रेंजर और डिप्टी रेंजर ने ऐसा क्यों किया इसके बाद पीड़ित थाना प्रभारी के पास पहुंचे उन्होंने भी आज दिनांक तक कोई रिपोर्ट नहीं लिखी पीड़ित व्यक्ति ने अपनी पीड़ा संस्कार न्यूज़ के संवाददाता के समक्ष बया की तब जाकर संस्कार न्यूज़ के प्रधान संपादक ने रेंज में जाकर रेंजर एवं डिप्टी रेंजर से मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन रेंज पर कोई भी नहीं मिला फिर फोन के माध्यम से बात करने की कोशिश की डिप्टी रेंजर एवं रेंजर मैं वन विभाग की लकड़ी ना होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया
पूरा प्रकरण इस प्रकार है पटवारी द्वारा पंचनामा के माध्यम से एवं पटवारी के द्वारा बताया गया
सर्वे नंबर 349 एवं 371 की मेड पर फलदार वृक्ष काटा गया जबकि अधिकांश पूर्व में कल्याण धाकड़ अपने हिस्से की जमीन beach चुका है जो कि बीच मेंड पर पेड़ों को काटा गया यह नंबर अमोलक चौधरी के नाम से दर्ज हैं जो कि कल्याण सिंह पुत्र काशीराम के द्वारा चोरी से हरे भरे वृक्षों को कटर मशीन द्वारा काटा गया
घन सुंदर हरप्रसाद चोधरी के सर्वे नंबर 1596 पश्चिम की जोकि इसमें यह नंबर एक सरकारी है 1603 एवं 1604 जिसमें कम से कम 10 वृक्षों को काटा गया है एवं 1596 घन सुंदर पुत्र हरप्रसाद की खेत की मेड से 10 पेड़ जोकि फलदार वृक्ष थे इनको भी चोरी से कल्याण चौधरी द्वारा काटा गया
आधा सैकड़ा पेड़ों को काटकर रात में फार्मट्रेक ट्रैक्टर द्वारा किसी धार्मिक स्थल पर शिफ्ट कर दिया गया है जहां से बारी बारी से विक्रय कर दिया जाएगा ऐसा सूत्रों के हवाले से खबर मिली है और प्रशासन को एवं वन विभाग को पता है कि कटी वह लकड़ियां पास के ही खेरे वाले मंदिर पर रखवा दिया गया है
जब हमारे संवाददाता ने कल्याण सिंह चौधरी पुत्र काशीराम सतनवाड़ा से फोन के माध्यम से बात की तो उन्होंने कहा एक नई मैं तो 1000 काटूंगा आपको दिखे वह कर लेना मैंने मेरी जमीन से काटे हैं यह कहकर उन्होंने अपने फोन को कट कर दिया
अब देखना यह है की एक सैकड़ा इतने भारी भरकम पेड़ों को काटा गया है लेकिन वन विभाग एवं थाना प्रभारी ने इसे अंधेका कैसे कर दिया जबकि विधिवत रूप से इसकी शिकायत पुलिस थाना प्रभारी एवं डिप्टी रेंजर और पटवारी को इसकी सूचना दी गई लेकिन थाना प्रभारी ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की
इनका कहना है
आप के माध्यम से जानकारी हमें मिली है इसे हम जल्द से जल्द जल्द तहसीलदार को भेजकर कर कार्रवाई करवाते हैं
अरविंद बाजपेई SDM
हमें शिकायत का आवेदन मिला हमने तहसीलदार जी को बोल दिया है अगर वह हमें आदेश देते हैं तो हम कार्रवाई करेंगे
थाना प्रभारी सतनवाड़ा
हमारे वन विभाग की लकड़ी नहीं है वह तो उनकी निजी खेत की लकड़ी काठी हुई है इसलिए हमने ट्रैक्टर को छोड़ा क्योंकि हमने जांच पड़ताल की तो पता चला वह स्वयं की क्षेत्र के वृक्ष काटे हुए हैं इसलिए हमने ट्रैक्टर को जांच के बाद छोड़ दिया अब यह रेवेन्यू का मामला है
रेंजर इंदर सिंह धाकड़ सतन बाड़ा
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