इंसानियत हुई शर्मसार बुजुर्ग को अपनी पत्नी की लाश को साइकिल से ले जाना पड़ा गांव वालों ने नहीं लगाने दिया दाग - The Sanskar News

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Wednesday, April 28, 2021

इंसानियत हुई शर्मसार बुजुर्ग को अपनी पत्नी की लाश को साइकिल से ले जाना पड़ा गांव वालों ने नहीं लगाने दिया दाग

28 अप्रैल 2021

नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया पर इनदिनों इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है जहां पर एक बुजुर्ग अपनी पत्नी के शव को साइकिल पर लेकर घंटों अंतिम संस्कार के लिए भटकता रहा। कोरोना के खौफ के चलते किसी ने भी बुजुर्ग की मदद नहीं की। जिसकी वजह से बुजुर्ग को साइकिल पर शव रखकर इधर, उधर भटकना पड़ा।

गांव निवासी तिलकधारी सिंह की पत्नी राजकुमारी (56) ने जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। एंबुलेंस से शव लेकर तिलकधारी गांव पहुंचे। अंतिम संस्कार के लिए शव घाट तक ले जाने में पड़ोसियों का सहयोग मांगा, लेकिन कोरोना से मौत बताकर कोई भी आगे नहीं आया। वह साइकिल पर शव लेकर गांव में नदी के किनारे पहुंचे।



दाह संस्कार करने के लिए अभी चिता भी नहीं लगा पाए थे कि गांव के लोगों ने शव जलाने से मना कर दिया। इसके बाद जौनपुर की पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए न सिर्फ कंधा दिया, बल्कि अंतिम संस्कार के लिए सामान और शव घाट तक पहुंचाने के लिए वाहन भी उपलब्ध कराया।



इस घटना की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जिसके बाद हर कोई पुलिसवालों की तारीफ कर रह है। एक यूजर्स ने कहा कि जिस तरह पुलिसवालों ने बुजुर्ग की मदद की उसे देख मेरी आंखों में आसूं आ गए। वहीं एक यूजर्स का कहना है कोरोना ने लोगों के अंदर इंसानियत खत्म कर दी है।

✍️ पवन भार्गव प्रधान संपादक

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