भू माफियाओं की साजिश या फिर शार्ट सर्किट संयोग रिकॉर्ड रूम में आग जमीन घोटालों की गूंज के बीच शिवपुरी में जमीनों का रिकॉर्ड स्वाहा - The Sanskar News

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Saturday, March 13, 2021

भू माफियाओं की साजिश या फिर शार्ट सर्किट संयोग रिकॉर्ड रूम में आग जमीन घोटालों की गूंज के बीच शिवपुरी में जमीनों का रिकॉर्ड स्वाहा

जहां देखो वहां रिकॉर्ड रूम मैं ही आग क्यों लगती या फिर कोई बड़ी साजिश

 

तहसील में रेवेन्यू रिकार्ड जलकर स्वाहा, संदिग्ध अग्निकाण्ड
– 1975 से 2009 तक का ऑफ लाइन जमीनी रिकार्ड जलने की आशंका 
-द्वितीय शनिवार की छुट्टी में आग की लपटों में घिरा राजस्व रिकार्ड रुम 
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                    ✍️पवन भार्गव✍️
शिवपुरी = जमीन घोटालों के लिए चर्चित शिवपुरी जिले की रिकॉर्ड रूम शाखा में अवकाश के दिन रहस्यमय ढंग से भीषण अग्निकांड हो गया। जिसमें वर्ष 1980 के पूर्व से लेकर 2009 तक का राजस्व रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया। तहसील के सामने स्थित जिले की राजस्व रिकॉर्ड रूम शाखा में कितनी और किस पैमाने पर दस्तावेजों की क्षति हुई है? आग लगने के पीछे क्या कोई साजिश है अथवा फि र रिकॉर्ड रूम में हुआ यह अग्निकांड शार्ट सर्किट की देन है? यह गंभीर जांच का विषय है। आज दोपहर रिकॉर्ड रूम में आग लगने की खबर सुनते ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी एसडीएम से लेकर शिवपुरी कलेक्टर तक दौड़े चले आए। स्थिति यह बनी कि मौके पर नगर पालिका की फ ायर ब्रिगेड और अग्निशमन दल को बुलाना पड़ा। भारी मशक्कत के बाद आग जैसे तैसे बुझाई गई, लेकिन देर शाम तक इस रिकॉर्ड रूम से जबरदस्त धुएं के गुबार निकलते देखे गए। इस संदिग्ध अग्निकांड के पीछे शिवपुरी जिले में घटित भूमि घोटालों संबंधी दस्तावेजों को खुर्द बुर्द करने और उन्हें नष्ट करने की साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता। पूरा मामला संदेह के घेरे में इसलिए भी आ गया है क्योंकि इतनी महत्वपूर्ण जगह पर इस तरह से आग लगना और मौके पर कोई सुरक्षा उपकरणों या अग्निशमन उपकरणों का रिकॉर्ड रूम में मौजूद ना रहना पूरे मामले को संदिग्ध बना रहा है। आज दोपहर जैसे ही आग लगी आसपास के क्षेत्र में हड़कंप पूर्ण स्थिति निर्मित हो गई। लोग इस अग्निकांड को घटित होता देख शोर मचाने लगे बड़ी संख्या में यहां भीड़ इक_ा हो गई हैरत की बात यह है कि यह सब सेकंड सैटर डे को घटित हुआ घटनाक्रम है। तहसील के सामने स्थित डिस्ट्रिक्ट रिकॉर्ड रूम की ब्रांच में अग्निकांड की जानकारी जैसे ही दमकल को लगी तो तत्काल ही फ ायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गर्ई। तब तक आग भीषण रुप ले चुकी थी। स्थानीय लोगों ने आपको बुझाने के प्रयास किए स्थिति यह बनी कि अंदर से जबरदस्त लपटें और धुआं उठ रहा था जिसके चलते आग बुझाने दफ्तर में घुसे कर्मचारी दम घुटने से घबराकर बाहर निकले। शिवपुरी एसडीएम एसडीएम अरविंद बाजपेई शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और पुलिस बल सहित तमाम पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इस रिकॉर्ड रूम के बाहर रेस्क्यू ऑपरेशन देखते रहे।

रिकॉर्ड शाखा में अग्निशमन यंत्रों का ना होना संदिग्ध
जिस भवन में राजस्व का अब तक का पुराना ऑफ लाइन रिकॉर्ड दस्तावेजों की हार्ड कॉपी सुरक्षित मानकर रखी गई हों वहां सुरक्षा के कोई उपाय ना होना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। इस भवन में सेकंड सैटरडे के दिन एकाएक शार्ट सर्किट से आग लगना भी गले नहीं उतर रहा है क्योंकि यहां बिजली का उपयोग कौन कर रहा होगा। यह पूरा मामला बड़ी जांच की आवश्यकता प्रतिपादित कर रहा है।
इस रिकॉर्ड रूम में जहां अग्निकांड घटित हुआ वहां बताया जाता है कि रेवेन्यू का जमीनों संबंधी तमाम पुराना रिकॉर्ड जो कि 1980 के दशक से पूर्व से लेकर 2009 तक का है, वह रखा हुआ था। यह शाखा डिस्ट्रिक्ट रिकॉर्ड रूम की एक ब्रांच है 2009 से रेवेन्यू रिकॉर्ड ऑनलाइन होना शुरू हो गया है। ऐसे में इससे पूर्व जमीन संबंधी जो दस्तावेज यहां रखे हुए थे अब उनमें से कितने सुरक्षित रह पाए हैं यह विस्तृत जांच के बाद ही पता चलेगा।
द्वितीय शनिवार के दिन घटित इस घटनाक्रम को लेकर तरह.तरह की चर्चाएं सरगर्म हो गई हैं क्योंकि शिवपुरी जिला इस समय जमीन घोटालों के मामले में प्रदेश में जो पोजीशन हासिल कर रहा है जिसमें पटवारी से लेकर आईएएस स्तर के कई पूर्व अधिकारी भी जमीनों की जांच के चलते गिरे हुए हैं। यहां लोकायुक्त और आर्थिक अपराध ईओडब्ल्यू की जांच भी चल रही हैं ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं की, इस अग्नि कांड को किसी साजिश के तहत अंजाम दिया गया हो।
-उधर सीएम का बयान इधर अग्निकाण्ड-
यह पूरा मामला अब उच्च स्तर पर जांच का विषय बन गया है। यह सब इसलिए भी कि हाल ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने
भू माफि याओं को लेकर राजधानी भोपाल में बड़ी कार्रवाई का ऐलान किया है, और उसी के 24 घंटे के भीतर शिवपुरी में रिकॉर्ड रूम में हुआ यह अग्निकांड कई सवाल खड़े कर रहा है।
इनका कहना है- 
रिकॉर्ड रुम का जायजा लिया है, रिकॉर्ड रुम मे धुआं और अंधेरा होने के कारण कितना नुकसान हुआ है इसका आंकलन नहीं हो सका है। वहीं आग किन कारणों से लगी इसका जांच के बाद ही पता चल सकेगा इस रिकॉर्ड रुम मे जिले भर के भूमि संबंधित फ ाईलें रखी हुई थी 
अरविंद बाजपेई 
एसडीएम

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