द संस्कार न्यूज़ 24 जनवरी 2021
(पवन भार्गव)
भोपाल। शिवराज सरकार एक तरफ तो रोजगार उत्सव के जरिए बेरोजगारों को बुला रही है, वहीं दूसरी ओर 30 हजार से अधिक ऐसे भी बेरोजगार हैं जिनका चयन हो गया है, जिन्हें अब तक नियुक्ति ही नहीं दी गई है।
शिवराज सरकार ( Shivraj Government ) में भर्ती निकली, कमलनाथ सरकार में परीक्षा हुई और रिजल्ट भी शिवराज सरकार में आने के बाद से बड़ी संख्या में शिक्षकों को अब तक नियुक्ति नहीं दी गई। प्रदेश के हजारों स्कूलों में दो सालों से शिक्षकों की कमी से जूझना पड़ रहा है। यह शिक्षक बच्चों के साथ ही अपने भविष्य के लिए भी मुख्यमंत्री से जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि नियुक्ति प्रक्रिया कब शुरू होगी, इसके लिए कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
प्रदेश में इस समय 30 हजार 594 शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा में चयन होने के बाद से दर-दर भटक रहे हैं। कहने को यह लोग सरकारी नौकरी की दहलीज पर खड़े हैं, लेकिन उनके विषय में एक्शन लेने वाला कोई नहीं है। प्रदेश में उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले सरकार की उपेक्षा के कारण दो साल से नियुक्ति के इंतजार में हैं। अब चयनित अभ्यर्थियों ने जनवरी माह में बनी प्रक्रिया पूरी कर नियुक्ति देने की मांग उठाई है।
चयनित अभ्यर्थी संघ के अध्यक्ष अरुण बिलाल के मुताबिक प्रदेश में सितंबर 2018 में स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग न माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की कुल 30 हजार 594 पदों पर पात्रता परीक्षा के लिए विज्ञापन जारी किया था। परीक्षा दिसंबर 2018 में होनी थी, लेकिन विधानसभा चुनाव आ जाने के कारण यह मार्च 2019 हो सकी। परीक्षा का रिजल्ट भी ऐसे समय में आया जब मई 2019 में लोकसभा चुनावों की आचार संहिता लग गई। आखिर में अक्टूबर तक परिणाम जारी हुए। इस लेटलतीफी के कारण इन्हें हाईकोर्ट में रिट पिटीशन तक दायर करनी पड़ी।
परिणाम घोषित होने के बाद भर्ती का विज्ञापन और विषयवार पद जारी किए जाने में भी तीन माह लगा दिए गए। फिर लाकडाउन के चलते प्रक्रिया प्रक्रिया रोक दी गई। जून 2020 में फिर सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई, अभ्यर्थियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत थी, लेकिन अचानक परिवहन साधन न होने का बहाना बनाकर सत्यापन रोक दिया गया। इसके बाद से फिर पूरा मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। अब शिवराज सरकार के जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि नियमों में कुछ परिवर्तन करने के बाद दस्तावेजों का सत्यापन शुरू करेंगे, लेकिन इस पर कोई कदम उठाए जाते नजर नहीं आ रहे हैं।
चयनित अभ्यर्थियों ने मांग की है कि अब 2021 आ चुका है, इसी जनवरी माह में दस्तावेज सत्यापन, फाइनल मेरिट, स्कूल अलाटमेंट किए जाएं तता जनवरी समाप्त होने से पहले सारी प्रक्रिया को पूर्ण करवाकर ज्वाइनिंग दी जाए।
कांग्रेस और भाजपा नेताओं से भी लगाई गुहार
इससे पहले शुक्रवार को उच्च माध्यमिक व माध्यमिक चयनित शिक्षक संघ ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी ट्वीट के जरिए जल्द से जल्द नियुक्ति देने की अपील की है। शिक्षक संघ के राजकुमार साहू, अरुण बिवाल, आनंद मिश्रा और राजकिशोर कुर्मी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिला था। इनके साथ ही शिक्षा मंत्री के ओएसडी को मिलकर समस्या बताई गई। वहीं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा से भी मिलकर उन्हें शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया से संबंधित चर्चा की। शर्मा ने शिक्षकों को जल्द से जल्द नियुक्ति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और शिक्षा मंत्री से चर्चा का भरोसा दिलाया।
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