NASA की बड़ी चेतावनी! सूरज का 25वां साइकिल शुरू हो चुका है, जानें धरती पर क्या होगा असर - The Sanskar News

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Wednesday, September 16, 2020

NASA की बड़ी चेतावनी! सूरज का 25वां साइकिल शुरू हो चुका है, जानें धरती पर क्या होगा असर

NASA की बड़ी चेतावनी! सूरज का 25वां साइकिल शुरू हो चुका है, जानें धरती पर क्या होगा असर

NASA की बड़ी चेतावनी! सूरज का 25वां साइकिल शुरू हो चुका है, जानें धरती पर क्या होगा असर

 

गुवाहाटी

NASA के साथ नेशनल ओशिएनिक एंड एटमॉस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन के वैज्ञानिकों ने कहा है कि हमारे सूरज का 25वां सोलर साइकिल शुरू हो गया है। यानी अब सूरज में तेज सौर तूफान आ सकते हैं। उसकी गतिविधियां बढ़ रहीं जिसके मुताबिक कायदे से देखा जाए तो सूरज पिछले कई महीनों से मद्धम था। उसकी रोशनी फीकी पड़ गई थी। उसकी सतह पर किसी तरह की हलचल नहीं हो रही थी। निकट भविष्य में काफी ज्यादा हलचल होगी।


नासा में काम करने वाली वैज्ञानिक लिका गुहाठकुरता ने कहा कि हाल ही में एक तेज कोरोनियल लहर यानी सतह से उठने वाली सौर लपट दिखाई दी थी। इसके साथ में एक बड़ा सा काला धब्बा। जो इस बात को बताता है कि सूरज ने अपना नया साइकिल शुरू कर दिया है। अब वह तेज रोशनी, आग की लपटें, तेज ऊर्जा, सौर तत्व आदि अंतरिक्ष में फेंकेगा। यह सामान्य प्रक्रिया है जब भी सूरज मद्धम पड़ता है तो कुछ महीनों या सालों बाद उसमें तेज सक्रियता आती है।


नासा से पहले जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यटू ने दावा किया था कि सूरज धरती का इकलौता ऊर्जा स्रोत है। लेकिन पिछले 9000 साल से ये लगातार कमजोर होता जा रहा है। इसकी चमक कम हो रही है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि हमारी आकाशगंगा में मौजूद सूरज जैसे अन्य तारों की तुलना में अपने सूरज की धमक और चमक फीकी पड़ रही है। वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं जान पाए हैं कि कहीं ये किसी तूफान से पहले की शांति तो नहीं है। सूरज और उसके जैसे अन्य तारों का अध्ययन उनकी उम्र, चमक और रोटेशन के आधार पर की गई है। पिछले 9000 साल में इसकी चमक में पांच गुना की कमी आई है।

मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक डॉ. एलेक्जेंडर शापिरो ने बताया कि हम हैरान हैं कि हमारी आकाशगंगा में अपने सूरज से ज्यादा एक्टिव तारे मौजूद हैं। हमने सूरज की उसके जैसे 2500 तारों से तुलना की है उसके बाद इस निषकर्ष पर पहुंचे हैं। सूरज पर ये रिपोर्ट तैयार करने वाले दूसरे वैज्ञानिक डॉ. टिमो रीनहोल्ड ने बताया कि सूरज पिछले कुछ हजार साल से शांत है। ये गणना हम सूर्य की सतह पर बनने वाले सोलर स्पॉट से कर लेते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में सोलर स्पॉट की संख्या में भी कमी आई है।


सन 1610 के बाद से लगातार सूर्य पर बनने वाले सोलर स्पॉट कम हुए हैं। अभी पिछले साल ही करीब 264 दिनों तक सूरज में एक भी स्पॉट बनते नहीं देखा गया था। सोलर स्पॉट तब बनते हैं जब सूरज के केंद्र से गर्मी की तेज लहर ऊपर उठती है। इससे बड़ा विस्फोट होता है। अंतरिक्ष में सौर तूफान उठता है। डॉ. टिमो रीनहोल्ड ने बताया कि अगर हम सूरज की उम्र से 9000 साल की तुलना करें तो ये बेहद छोटा समय है। हल्के-फुल्के अंदाज में कहा जाए तो हो सकता है कि सूरज थक गया हो और वह एक छोटी सी नींद ले रहा हो।

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