न्यूज़ बाय दीपक शाक्य पोहरी ब्यूरो चीफ
शिवपुरी-आयुक्त श्री पी नरहरि ने कोरोना की स्थिति एवं संक्रमण रोकने के लिये जिला स्तर पर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना रिकवरी रेट का प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन अभी भी सतत् प्रयास किये जाना जरूरी हैं। चिकित्सा महाविद्यालय एवं जिला चिकित्सालय टीम बनाकर कार्य संपादित करें एवं संबंधित अधिकारी कोरोना उपचार की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें।
टूरिस्ट बिलेज के सभागृह में आयोजित बैठक में आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एच.पी.वर्मा, सहायक कलेक्टर श्रीमती काजल जावला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गजेन्द्र सिंह कंवर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.ए.एल.शर्मा, जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डाॅ.पी.एल.खरे सहित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), चिकित्सक उपस्थित थे।
आयुक्त श्री पी नरहरि ने चिकित्सालय में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन बेड की स्थिति एवं डॉक्टर्स की उपलब्धता की समीक्षा की। जिले में कोविड केयर सेंटर्स में रोगियों के दाखिल होने और स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने की अवधि की भी जानकारी ली। उन्होंने फीवर क्लीनिक के कार्यों पर निरंतर निगाह रखने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील स्तर पर कोविड प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकांश स्थानों पर रिकवरी रेट बढ़ा है। कोविड के संबंध में फीवर क्लीनिक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने अभी तक होने वाली टेस्टिंग, किट, मास्क, हाथों में पहनने वाले ग्लब्स की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी ली।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिला चिकित्सालय एवं शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा कोरोना उपचार में अच्छी सेवाएँ दी जा रही हैं। उन्होंने अभी तक किए जा रहे कार्यों और स्वस्थ हुए मरीजों से मिल रहे फीडबेक के संबंध में जानकारी दी।
ई-दक्ष केन्द्र और शासकीय महाविद्यालय छात्रावास का किया निरीक्षण
श्री पी.नरहरि ने ई-दक्ष केन्द्र पहुंचकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों को दी जाने वाली मेडिकल चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने होम आइसोलेशन में भर्ती मरीज गगन कुशवाह से चर्चा कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने श्री कुशवाह से हाॅम आइसोलेशन का समय, स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा की जाने वाली देखरेख, नियमित होने वाली चर्चा, डाॅक्टरों द्वारा उन्हें दी जाने वाली सलाह, स्वास्थ्य किट और वह इस व्यवस्था से संतुष्ट है या नहीं इस संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे शासकीय महाविद्यालय छात्रावास का निरीक्षण किया। छात्रावास में उपचारित मरीजों के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जानकारी ली और निर्देश दिए हैं कि बेहतर ढंग से काम किया जाए।
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