दोनों पार्टियों के नेता उतरे सड़कों पर विधायकों के घर धरना प्रदर्शन टकराव की स्थिति बनी विधायकों के घर पर फोर्स की तैयारी - The Sanskar News

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Wednesday, March 18, 2020

दोनों पार्टियों के नेता उतरे सड़कों पर विधायकों के घर धरना प्रदर्शन टकराव की स्थिति बनी विधायकों के घर पर फोर्स की तैयारी


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19 मार्च 2020 संस्कार न्यूज़

मध्यप्रदेश में सियासी हालात दिन ब दिन बदलते और बिगड़ते जा रहे हैं। ताजा घटनाक्रम के अनुसार बंगलुरू में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को हिरासत में लिए जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल में भाजपा कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। उधर राजगढ़ में भी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर पुलता जलाया। मुरैना सहित अन्‍य जिलों में भी इसका विरोध हो रहा हैं। भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ता बाहर लगी बैरिकेडिंग तोड़कर भाजपा कार्यालय में घुस गए, इस दौरान दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और हंगामा बढ़ गया। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। रात्रि में पूर्व सांसद आलोक संजर एवं जिलाध्‍यक्ष भाजपा विकास विरानी ने थाना हबीबगंज में एफआईआर करवाई है। इधर, भाजपा कार्यकर्ताओं के बाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पहुंच गए और हंगामा किया।

भाजपा कार्यालय पर कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद डीआईजी इरशाद वली मौके पर पहुंचे और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात की। राजधानी के सात नम्‍बर स्‍टाप पर कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं कई नेता पीसीसी से पहुंचे थे। यहां ये कार्यकर्ता एवं नेतागण बीजेपी के विरोध में नारे लगा रहे थे। इस बीच बीजेपी कार्यालय में मौजूद कई कार्यकर्ता एवं एक प्रवक्‍ता राहुल कोठारी सहित कुछ ओर नेता यहां पहुंच गये। दोनों ओर से नारेबाजी की जाने लगी और धक्‍का-मुक्‍की के साथ हल्‍की मारपीट की नौबत भी आ गयी। मामला बिगड़ता देख पुलिस बल के साथ ही अधिकारी भी पहुंच गये। यहां से भीड़ को हटाने के लिए धारा 144 का हवाला भी दिया गया। जब कांग्रेस कार्यकर्ता नही हटे तो पुलिस ने उन्‍हें हिरासत में ले लिया।

मुरैना में भी विधायकों के घरों को घेरा

प्रदेश सरकार को लेकर चल रही उठापटक के बीच अब कांग्रेसी सड़क पर उतर आए। दोपहर में बागी विधायक रघुराज कंषाना के घर के आगे प्रदर्शन किया और उनके परिजनों से कहा कि वे विधायक से कहें कि वे कांग्रेस में वापस आ जाएं। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने मुरैना विधायक सहित सुमावली, दिमनी व अंबाह विधायकों के आवासों पर बीस-बीस जवान तैनात किए हैं।

कई कार्यकर्ता हनुमान चौराहे पर पहुंचे और उन्होंने अमित शाह सहित कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा के पुतले का दहन किया। जिला अध्यक्ष राकेश मावई ने कहा कि रघुराज कंषाना कांग्रेस के थे और वे इस तरह से कांग्रेस को छोड़ नहीं सकते। इस दौरान कांग्रेस नेता बलवीर डंडोतिया ने कहा कि विधायकों ने जो पैसे लिए हैं, उन्हें भाजपा को वापस कर दें और कांग्रेस में वापस आ जाएं। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने दिमनी विधायक गिर्राज डंडोतिया के घर रामनगर, अंबाह विधायक कमलेश जाटव के घर मनोहर नगर तुस्सीपुरा, सुमावली विधायक एंदल सिंह कंषाना के घर बिस्मिल नगर व मुरैना विधायक रघुराज कंषाना के घर एमएस रोड पर पुलिस बल तैनात किया है।

मुख्यमंत्री की इशारे पर भाजपा कार्यालय पर हमला, हम जवाब जरूर देंगे : विष्णुदत्त शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर कांग्रेसियों के हमले को मुख्यमंत्री कमलनाथ की शह पर किया गया कायराना कृत्य बताया है। उन्होंने कहा है कि जो मुख्यमंत्री लोकतांत्रिक तरीके से सदन में भाजपा से नहीं निपट पा रहा वह अब इस प्रकार की ओछी और आपराधिक हरकतों पर उतर आया है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता इस सरकार को और कांग्रेस को सदन में भी जवाब देगा और सड़क पर भी। कमलनाथ जी आपको जल्दी क्या है ? बस थोडा सा रूकिए। आपको आपका स्थान दिखा दिया जायेगा।

शर्मा ने भाजपा कार्यालय पर हमले के दौरान पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने एक कि.मी. दूर हमलावरों को बैरीकेट खोलकर भाजपा कार्यालय की ओर दौडकर जाने दिया। हमलावरों में आगे की पंक्ति में सिर्फ महिलाएं थी और पुलिस ने जानबूझकर महिला पुलिस को नहीं बुलाया। यह हमारे भाजपा कार्यकर्ताओं के संस्कार है कि वे महिलाओं का सीधे प्रतिरोध नहीं कर सकते, अन्यथा आज बडी अनहोनी होती। कांग्रेस द्वारा महिलाओं को आगे किया जाना और पुलिस का बिना महिला पुलिस बल के हमले को रोकने की नौटंकी करना नापाक गठजोड को दर्शाता है। हम मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के गुंडों को चेतावनी देना चाहते है कि हमारे जिन कार्यकर्ताओं को चोट आयी है और हमारे कार्यालय पर जो दुस्साहसिक हमला किया गया है उसे हम भूलने वाले नहीं है। यह दीगर बात है कि हमारा गुंडागर्दी में विश्वास नहीं है, लेकिन कांग्रेसी यह समझ ले कि हमें ब्याज सहित वसूलना आता है।

गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंका
राजगढ़ में मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कुर्सी को लेकर सियासी घमासान जारी है और लगातार नए नए घटनाक्रम और बयानबाजी का दौर चल रहा है। दिग्‍विजय सिंह को  हिरासत में लेने के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी नारायण सिंह आमलाबे जिला अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजगढ़ के नेतृत्व में केंद्र सरकार की कड़ी निंदा करते हुए उनके गृह मंत्री अमित शाह का राजगढ़ में पुतला फूंका गया। नारेबाजी के साथ कांग्रेस ने भाजपाइयों को जमकर कोसा वही आरोप लगाते हुए उन्होंने अपने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि मध्य प्रदेश शासन के विधानसभा के सदस्यों को भाजपा नेताओं द्वारा अगवा कर बेंगलुरु कर्नाटक में बंधक बना रखा है।

उधर, सीहोर में भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का विरोध-प्रदर्शन के लिए जा रहे कार्यकर्ताओं को क्रिसेंट रिसोर्ट पर रोक लिया गया। वह भजन गाते हुए और फूल लेकर विरोध-प्रदर्शन के लिए जा रहे थे। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के सीहोर स्थित रिसोर्ट में क्रिकेट खेलने की तस्वीर सामने आई। यह वही रिसोर्ट हैं जहां भाजपा ने अपने विधायकों को ठहराया हुआ है।

सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस विधायक की याचिका पर सुनवाई से किया मना
कांग्रेस के विधायक मनोज चौधरी के भाई की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। याचिका में उन्होंने अपने भाई की रिहाई की मांग की थी। उन्होंने दावा किया कि उनके भाई मनोज के साथ अन्य विधायकों को कर्नाटक के भाजपा और राज्य पुलिस के सदस्यों द्वारा जबरदस्ती कैद में रखा गया है।

भाजपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा पत्र
मध्य प्रदेश बीजेपी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार दिग्विजय सिंह, रामदा होटल में ठहरे विधायकों पर उनके पक्ष में वोट करने का दबाव डालने के लिए बंगलूरू गए हैं, यह मॉडल कोड का उल्लंघन है। पत्र में आगे कहा गया है कि इसलिए अनुरोध है कि दिग्विजय सिंह (कांग्रेस नेता) और अन्य के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए ताकि राज्यसभा चुनाव शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से हो सकें।

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