13 साल से जमी हुई है वार्डन शिकायतें भी बहुत हो गई मगर शिक्षा विभाग के आशीर्वाद से डटी हुई है
खासकर बीआरसी साहब का आशीर्वाद दो दो बार जांच कर चुके लेकिन उनको कभी गलती दिखती नहीं है
सहायक वार्डन लाखों का घपले का आरोप लगा चुकी है लेकिन वह फाइलें आज तक कहां दबी हुई है पता नहीं
ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की लेकिन बीआरसी एवं जिले के अधिकारियों के कानों तक जूं तक नहीं रेंगी
शिक्षा विभाग का वार्डन से क्या ऐसा तालमेल है कि इतनी शिकायतें होने के बाद भी आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि नियमावली के अनुसार 3 साल से अधिक कोई भी वार्डन का प्रभार नहीं देख सकता लेकिन यहां तो 13 साल हो गए वह भी इतनी सारी शिकायत है
डीपीसी सर का कहना है बीआरसी के अंदर आता है हमारे अंदर नहीं आता अब देखना है यह घपला घालमेल कहां तक चलता है
जो भी शिकायत करने या उनके खिलाफ आवाज उठाता है उसको केस लगाने एवं f.i.r. करने की धमकी दी जाती है वार्डन द्वारा
शिवपुरी - खबर तेंदुआ पंचायत से जहां प्राइमरी स्कूल में पदस्थ रेखा वर्मा कि शिकायत 06/11/ 2014 में ननद साहाक वार्डन सुनिता धाकड़ ने 50 लाख का घोटाले का आरोप छात्रावास की रेखा वर्मा वार्डन पर लगाया गया। जिसमें एक के बाद एक कई पोल खोलते गए । 03/03/2020 को ग्राम वासियों ने बीआरसी के यहां पर शिकायत की तो बीआरसी का कोई जवाब नहीं दिया गया। जबकि सर्व शिक्षा अभियान द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में तीन वर्ष से अधिक समय से प्रतिनियुक्त शिक्षक व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति रद्द करने आदेश दिया गया है. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। लग भग 12 साल से शिक्षा कर्मचारियों के मुंह में कितनी मलाई है , जिसके चलते बच्चों का भविष्य भी ऊपर वालों के हाथ समय पर स्कूल भी नहीं लगता है,, बीआरसी, जिला शिक्षा अधिकारी डीपीसी को ग्राम वासियों ने लिखित में शिकायत की गई शिकायत कर्ता, विजेंद्र गोस्वामी, पुरुषोत्तम, ललित, धर्मेंद्र, अमर सिंह लग भग 50 लोगों ने बताया कि पूर्व में भी हम कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
शिक्षा विभाग कर्मचारियों की मनमानी से ग्रामीणों को परेशान शिकायत पर भी नहीं लगता है समय पर स्कूल।
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