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सर एडवाइजरी के मुताबिक पति होम क्वारंटीन कर रहे हैं। अब 14 दिन हो गए हैं। अगर आप कहें तो उनके साथ बैठ कर खाना खा लूं। एक पत्नी का ये फोन कंट्रोल रूम तब आया, जब उसके पति ने होम क्वारंटीन की दो हफ्ते से ज्यादा की मियाद पूरी कर ली थी।
यह एक बानगी भर है। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जितने एहतियाती उपायों को अनिवार्य करते हुए उसका अनुपालन करने का निर्देश जारी किया है, उतना ही ज्यादा लोगों के सवाल अब सामने आ रहे हैं। यह सवाल ऐसे है कि जिन्हें बताने के लिए कंट्रोल रूम के पास खुद ही उपाय नहीं है।
शनिवार को कंट्रोल रूम पर राजेंद्र नगर से एक महिला फोन करती है। फोन करते हुए उसका सवाल रहता है कि पति 20 दिन पहले विदेश से आए थे। तब से वह कोरोना वायरस से बचने और परिवार को बचाने के लिए एहतियात के तौर पर होम क्वारंटीन कर लिए थे। तब से परिवार के साथ उन्होंने कुछ खाया नहीं। अब समय पूरा हो गया है। ऐसे में क्या मैं उनके साथ बैठकर खा सकती हूं। कंट्रोल रूम ने सलाह दी कि अगर कोई दिक्कत उन्हें न हो और वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं, तो खाना खा सकती हैं।
सोशल मीडिया ने कंट्रोल रूम की बढ़ा दी जिम्मेदारीकंट्रोल रूम का नंबर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक होने के बाद अचानक फोन आने की संख्या बढ़ गई है। प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों से भी अब फोन आने लगे हैं। शुक्रवार को सूरत से सिकंदर नाम के एक युवक ने फोन किया और बोला कि वह पंचर बनाता है। लॉकडाउन के कारण भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में वह क्या करें। उसने बताया कि वह वेस्ट यूपी का रहने वाला है। कोरोना से कैसे बचा जा सकता है। इस तरह के तमाम फोन से कंट्रोल रूम में ड्यूटी करने वाले भी परेशान हो गए हैं।
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