इंदौर जिले में दिव्यांग बच्चों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने के लिये कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव की पहल पर प्रशिक्षण देने की विशेष पहल की जा रही है। इसके परिणाम भी सामने आने लगे है। कई दिव्यांग बच्चों ने जिला प्रशासन की पहल पर शुरू हुये प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होकर प्रतियोगी परिक्षा में सफलता हासिल की है। इन्हीं में से एक ही इंदौर के महेश दृष्टिहीन कल्याण संघ में रहकर अध्ययन करने वाली दृष्टिबाधित बालिका कृष्णा। इस बालिका ने अपनी मेहनत तथा जिला प्रशासन के प्रयासों से मध्यप्रदेश ग्रमीण बैंक की क्लर्क पद की परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। यह बालिका मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के ग्राम कजलास की रहने वाली है। वह पूर्णत: दृष्टिवाधित दिव्यांग है। इस 25 वर्षीय बालिका कृष्णा बामनिया ने इंदौर के महेश दृष्टिहीन संस्था में रहकर एम.ए. हिन्दी साहित्य एवं डी.सी.ए. (कम्प्युटर) में किया है। इनकी माता का नाम श्रीमती एलू बामनिया एवं पिता श्री सज्जनलाल बामनिया हैं। वर्तमान में कृष्णा बामनिया का चयन मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक में क्लर्क के पद पर हुआ है।
दिनांक-19/01/2020
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