शिवपुरी। खबर शहर के मध्यदेशीय अग्रवाल समाज की धर्मशाला से आ रही है। जहां आज अग्रवाल समाज के अध्यक्ष गौरव सिंघल ने एसडीएम पर रिश्वत मांगने और नहीं देने पर डुप्लेक्स तोडने का आरोप लगाया है। यह आरोप समाज के अध्यक्ष के प्रेस बार्ता क दौराल लगाया। जिसपर प्रशासन द्धारा अतिक्रमण विरोधी मुहिम की हबा प्रारंभ होने से पहले ही खुल गई।

जानकारी के अनुसार आज अग्रवाल समाज के अध्यक्ष गौरव सिंघल ने प्रेस बार्ता के माध्यम से आरोप लगाया है कि बाईपास के पास स्थित नमो नगर में उसके डुप्लेक्स को कुछ राजस्व के अधिकारी निशाने पर लिए हुए थे। जिसे अधिकारीयों ने निशाने पर रखकर तोड दिया। इस जमींन की बकायदा रजिस्ट्री नामात्रण सहित पूरे वैद्य डॉक्योमेंंट उपलब्ध थे। उसके बाबजूद भी प्रशासन ने उसकी एक नहीं सुनी। इस मामले में पीडित अग्रवाल समाज का अध्यक्ष दौडकर कोर्ट पहुंचा। जहां माननीय न्यायालय ने भी इस अतिक्रमण पर स्टे आर्डर दे दिया था। लेकिन जब तक वह स्टे आर्डर लेकर पहुंचते प्रशासन उसके मकान को धरासाई कर चुका था।

अग्रवाल समाज के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उससे 5 लाख रुपए की मांग कुछ एजेंटों ने शिवपुरी एसडीएम और राजस्व अधिकारियों के नाम पर की थी। लेकिन उन्होंने यह 5 लाख रुपए नहीं दिए तो उनके डुप्लेक्स को जानबूझकर तोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि उनके इस डुप्लेक्स को तोड़ने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, जबकि यह उनके स्वामित्व की भूमि पर ही बने थे।

अध्यक्ष ने कहा कि उनसे 5 लाख रुपए मांगने की बात मीडिया में आने के बाद अब उन्हें धमकी दी जा रही है कि तुम यह बात मीडिया कर्मियों को क्यों बता रहे हो। उन्होंने अपनी जान को भी खतरा बताया। आज मध्यदेशीय अग्रवाल समाज के अध्यक्ष ने अग्रवाल धर्मशाला में एक पत्रकारवार्ता करके यह सब आरोप लगाए। इस पत्रकारवार्ता में और भी कई बातें उनके द्वारा इस सम्बंध में रखी गईं। इस आरोेप के बाद पूरे जिले में अतिक्रमण विरोधी मुहिम को बल मिला है।

इस दौरान समाज के लोगों ने चैतावनी दी है कि अगर इस मामले में एसडीएम पर कार्यवाही नहीं की गई तो पूरा अग्रवाल समाज अपने अध्यक्ष के साथ खडा है। समाज के लोगों ने धमकी देते हुए कहा कि अगर कार्यवाही नहीं हुई तो वह चौराहे पर एसडीएम के खिलाफ मौर्चा खोल देंगे। पूरे जिले में अनाज मंडी बंद कर देगे। इसके साथ ही वह धारा 144 हटने के बाद प्रशासन को दिखा देंगे कि उनकी ताकत क्या है।

मिर्ची सेठ और एक पटवारी ने रखी थी 5 लाख की डिमांड
पीडित अग्रवाल समाज के अध्यक्ष आ आरोप है कि यदि वह रिश्वत दे देता तो उसके डुप्लैक्स नहीं टूटते। गौरव सिंघल ने पत्रकार वार्ता के दौरान काि कि 20 दिसंबर को उसके पास एसडीएम कोर्ट का नोटिस आने के बाद एक पटवारी और मिर्ची सेठ नाक का एसडीएम का दलाल उसके पास आया और उसे इस मामले को निपटाने के लिए 5 लाख रूपए देकर मामले को निपटाने की कहने लगे। पीडित का आरेाप है कि मेरे पास सभी प्रकार के बैधानिक दस्तावेज होे के चलते वह निश्चिंत था कि उस पर कोई कैसे कार्यवाही कर सकता है।

इसलिए मेने पैसे देने से इंकार कर दिया। पीडित का आरोप है कि मिर्ची सेठ उसी की समाज का है और समाज के लोेग समाज को खा रहे है।  बीते दिनों से मीडिया में भी यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। आरोप है कि शिवपुरी एसडीएम के दबाली एक मिर्ची व्यापारी करता है। माना जा रहा है कि उक्त मामले को सेटल करने के लिए मिर्ची व्यापारी को भी बीच मेें लिया गया था। लेकिन पैसे ज्यादा होने के चलते बात नहीं बन सकी और पूरे बने हूए फ्लैट प्रशासन ने जमींदोज कर दिए।