विशेष समाचार - शिवपुरी शहर की दशा और दिशा पर एक विशेष समाचार - The Sanskar News

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Saturday, December 7, 2019

विशेष समाचार - शिवपुरी शहर की दशा और दिशा पर एक विशेष समाचार

 🌹 संस्कार न्यूज़  🌹              पवन भार्गव (प्रधान संपादक )                          8 दिसंबर 2019

✍️✍️🌹 पवन भार्गव🌹

शिवपुरी - पौराणिक कथा के अनुसार, शिवपुरी शहर का नाम भगवान शिव के नाम पर रखा गया है। 1804 तक यह शहर कच्छवाहा राजपूतों के स्वर्ग के रूप में  जाना जाता था। उसके बाद यहाँ सिंधिया राजवंश द्वारा शासन किया गया। और आज भी शिवपुरी कहीं ना कहीं सिंधिया राजवंश का घराना ही माना जाता है. शिबू परी को पुराने इतिहास में प्रदेश का सबसे ठंडा शहर एवं पर्यटन नगरी कहा जाता था..
जो आपने ऊपर पड़ा वह शिवपुरी का इतिहास था अब हम आपसे आज की शिवपुरी की चर्चा करते हैं जिसे हमने हम कह रहे है परेशान शहर और विकास के सपने आखिर इस तथ्य से आप शिवपुरी के बारे में जान चुके होंगे कि हमने इस शिवपुरी को यह तथ्य क्यों दिया है क्योंकि शिवपुरी की वर्तमान स्थिति काफी दयनीय है यहां ना तो पीने को शुद्ध पानी है ना चलने को सड़क है और ना पेट पालने के लिए रोजगार है।
शिवपुरी की जनता सर्फ भगवान भरोसे है कि काश कोई शिवपुरी को कोई ऐसा प्रतिनिधि मिल जाए जो शिवपुरी को परेशान शहर और विकास के सपने को पूर्ण कर पाए । हालांकि शिवपुरी वासियो अपने महाराज एवं सिंधिया राजवंश के राजा ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनकी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया पर भरोसा जताया और उन्हें शिवपुरी की बागडोर सौंप दी । परंतु  वह भी शिवपुरी के विकास के सपने को साकर नही कर पाए और शायद यही कारण रहा की पिछले चुनाव में लोकसभा चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को हार का सामना करना पड़ा परंतु उनकी हार के बावजूद भी शिवपुरी के विकास ने गति नहीं पकड़ी और नवनिर्वाचित सांसद के पी यादव भी जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए और शिवपुरी की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
शिवपुरी के हर नेता ने शिवपुरी को विकास के सपने ही दिखा पाए हैं परंतु उन सपनों को साकार करने में किसी भी नेता ने भरपूर प्रयास नहीं किए जोकि शिवपुरी के विकास को बढ़ावा दे सकें और शिवपुरी को एक नई पहचान दिला सके हालांकि शिवपुरी में कई प्रोजेक्ट शिवपुरी में लाए गए जैसे..

मड़ीखेड़ा पेयजल योजना
केंद्र में यूपीए की सरकार से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2008 में सिंध जलावर्धन योजना स्वीकृत कराई। 2009 में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर गुजरात की दोशियान कंपनी को काम सौंपा गया जो 2011 में पूरा हो जाना था, लेकिन साल 2017 बीतने को है, अब तक शहर में पानी नहीं पहुंचा। हर साल आश्वासन और दिलासा दी जाती रही। जनता की उम्मीदें पानी पर टिकीं हैं। आरंभ में योजना 65 करोड़ में स्वीकृत हुई थी, लेकिन 2013 में काम बंद हुआ और जब 2014 में फिर से योजना आगे बढ़ी तो राशि बढ़कर 95 करोड़ हो गई और साल 2016 में कंपनी ने फिर से खर्च बढ़ने की बात कही, जिसके बाद अब योजना 114 करोड़ की हो चुकी है। इसमें से जिला प्रशासन अब तक योजना पर 95 करोड़ का खर्च भी कर चुका है, लेकिन जनता को पानी नसीब नहीं हो सका। हर साल के अंत में दोशियान शहर तक पानी आने का भरोसा दिलाती है, लेकिन पानी नहीं आता और जनता के कंठ सूखे रह जाते हैं। एक बार फिर दोशियान ने भरोसा दिलाया था कि शहरवासियों को साल 2017 में ही पानी मिल जाएगा। उम्मीद आगे भी बढ़ी जब 13 दिसंबर को मंत्री यशोधरा ने जल शोधन संयंत्र सतनबाड़ा का लोकार्पण किया ठीक उसी मौके पर दोशियान ने शहर के वायपास पर पानी छोड़ने के लिए बटन भी दबवाया, लेकिन सुबह 11 बजे से पानी शहर तक नहीं पहुंचा और रात को 9ः30 बजे पाइप लाइन फूट गई। इसी के साथ जनता के मंसूबों पर एक बार फिर पानी फिर गया। ओर आज ठीक 10 साल बाद भी जनता को पानी नही मिल पाया.

सीवर प्रोजेक्ट
केंद्र सरकार की झील संरक्षण परियोजना के तहत शिवपुरी शहर में स्वीकृत हुए सीवर प्रोजेक्ट की प जब खुदाई शुरू हुई तो लोगों के लिए परेशानियां उसी दिन से बढ़ गईं। शिवपुरी शहर को जिस प्रोजेक्ट ने बद से बदहाल कर दिया, उसका भविष्य फिलहाल तो अधर में ही है और आज दिनांक तक उस प्रोजेक्ट का लोगो को सीधा फायदा नहीं पहुंच पाया सिवा परेशानी के...

आज भी इलाज के लिए 100 किलोमीटर दूर जाने को मजबूर
भले ही प्रदेश सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने दावे कर रही हो। मगर आज भी जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की पूर्ति करने में नाकामयाब है।
इसके चलते स्थानीय लोगों को मर्ज बढ़ता जाता हैं। और अगर कोई व्यक्ति ज्यादा बीमार हो जाता है तो उसे उपचार के लिए 100 किलोमीटर दूर ग्वालियर अस्पताल जाना पड़ता है। इस बारे वह कई बार शिवपुरी के प्रतिनिधि और स्वास्थ्य विभाग के मुखिया से प्रदेश सरकार आग्रह कर चुके हैं।

शिवपुरी मेडिकल कॉलेज
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज शिवपुरी का एकमात्र प्रोजेक्ट है जोकि आज वर्तमान स्थिति में पूर्ण होता नजर आ रहा है और इसका लाभ जनता को कुछ हद तक पहुंचने लगा है बाकी आपने जो भी अन्य प्रोजेक्ट शिवपुरी लाए उनका एक भी लाभ जनता को सीधे ताौर पर नही मिल पाया ।

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