महिलाओं की आजीविका का साधन बन रहे हैं स्व सहायता समूह "खुशियों की दास्तां"
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शिवपुरी | 22-दिसम्बर-2019
शिवपुरी जिले के ग्रामीण हो या शहरी दोनों ही क्षेत्रों में महिलाओं के स्व सहायता समूह विकसित हो रहे हैं। महिलाएं इन समूहों से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना रही हैं। एक समय पर घर में रहकर केवल घरेलू कामकाज करने वाली महिलाओं के लिए स्व सहायता समूह आजीविका का साधन बन रहे हैं। इसी का एक उदाहरण है मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह।
मध्य प्रदेश डे राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में कई समूह बेहतर ढंग से संचालित हो रहे हैं। मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह के द्वारा बड़ी पापड़ बनाने का काम किया जा रहा है और इन उत्पादों को ना केवल आसपास के बाजार में बल्कि पूरे जिले के बाजारों में स्थान मिल रहा है। यह शुद्ध उत्पाद लोगों की पसंद बन रहे हैं। इससे समूह की महिलाओं की भी आमदनी बड़ी है और वे आत्मनिर्भर हुई है।
छोटी-छोटी बचत तो को एकत्रित करने के उद्देश्य से शुरुआत में कुछ महिलाएं समूह से जुड़ी परंतु धीरे-धीरे महिलाओं की संख्या बढ़ने लगी और आज सफलतापूर्वक समूह का संचालन हो रहा है। जो महिलाएं कल तक घर में कामकाज करती थी आज बड़ी पापड़ के काम से उन्हें अलग पहचान मिली है। एक प्रकार से वह छोटे उद्यमी के रूप में काम करने लगी हैं।
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