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Sunday, December 22, 2019

शातिर ठग हाई प्रोफाइल ऑफीसर बनकर लड़कियों को शादी का झांसा देकर किया करता था ठगी का शिकार

          पवन भार्गव


शातिर चोर फिल्मी स्टाइल में  ठगी करने का शौकीन लड़कियों को प्रोफेशनल तरीके से फंसाया करता था

भोपाल। बॉलीवुड की फिल्म लेडिज वर्सेस रिकी बहल तो आपने देखी होगी। जिसमें फिल्म रिकी बहल किरदान किस तरह लड़कियों को अपने जाल में फंसाकर उनके पैसे उड़ा ले जाता है। 10 साल से युवतियों के साथ ऐसी ही धोखाधड़ी करने वाले शातिर ठग रमेश प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया है। ये अभी तक अनेक लोगों को एक करोड़ रुपए से अधिक की चपत लगा चुका है। जिस शहर में उसे वारदात करना होता थी, वहां वह फ्लाइट से जाता था, जबकि उसके गुर्गे ट्रेन से सफर कर पहुंचते थे। एयरटिकट और ट्रेन के टिकट रमेश खुद ऐप के माध्यम से बुक करता था। शातिर रमेश शादी डॉट कॉम जैसी वेबसाइट पर युवतियों के प्रोफाइल देखता था। इसके बाद संबंधित युवती के भावी वर संबंधी पसंद देखकर अपनी फेसबुक आईडी बना लेता था। इसके बाद संबंधित युवती की पसंद का अफसर बनकर उससे नकद रुपए (50 हजार से लेकर 1 लाख तक) लेकर चंपत हो जाता। फर्राटेदार अंग्रेजी सुनकर लड़कियों को लगता था सचमुच वो कोई बड़ा ऑफिसर है।
एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झारिया के चिल्ड्रन हॉस्पिटल के संचालक से दो लाख रूपए ठगने के आरोप में उप्र. निवासी रमेश प्रजापति (45) और उसके साथी सलीम (40) को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में रमेश ने शादी के नाम पर कई युवतियों से भी ठगी करना कबूल किया है। उसके गिरोह में एक दर्जन लोग काम करते हैं। स्नातक कर चुका रमेश फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। पूछताछ में रमेश ने कई युवतियों के साथ भी धोखाधड़ी करना कबूल किया है। एक युवती का प्रोफाइल देखकर रमेश ने संबंधित युवती से फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया। उसने युवती की चाहत के मुताबिक खुद का परिचय नेवी अफसर के रूप में दिया। युवती शादी के लिए राजी हो गई तो रमेश ने उसके शहर में पहुंचकर युवती से संपर्क किया। उसने फोन लगाकर युवती से कहा कि उसका एक्सीडेंट हो गया है, उसे एक लाख रुपए की फौरन जरूरत है। युवती ने संबंधित स्थान पर एक लाख रुपए की सहायता पहुंचा दी। रमेश रुपए लेकर गायब हो गया था। इस तरह करीब एक दर्जन युवतियों से वह ठगी कर चुका है।
85 सिम की सर्चिंग से मिला सुराग:-
रमेश वारदात में फर्जी नाम पते से खरीदी सिम का इस्तेमाल करता था। काम होने पर सिम तोड़कर फेंक देता था। डॉ.मसूद की शिकायत की जांच के दौरान पता चला कि दो मोबाइल फोन में पांच सिम का इस्तेमाल किया गया है। आईएमआई नंबर की बारीकी से जांच करने पर पता चला कि इन मोबाइल में 80 सिम इस्तेमाल हो चुकी हैं। अस्पतालों में ठगी करने के लिए शातिर रमेश बीएसएनएल की फर्जी वेबसाइट तैयार करता था। पुलिस रमेश से सघन पूछताछ कर रही है।

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