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Tuesday, December 15, 2020

पहली बार मंच साझा करेंगे केपी यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुलाकात पर सबकी नजर


ग्वालियर में आयोजित किसान सम्मेलन की खासियत ये है कि इसमें राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गुना संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सांसद केपी यादव भी मंच पर होंगे। ये पहला अवसर होगा जब दोनों नेता भाजपा नेता के रूप में पहली बार एक मंच पर होंगे।

ग्वालियर, पवन भार्गव। ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके राजनैतिक गढ़ में शिकस्त देने वाले गुना संसदीय क्षेत्र के सांसद केपी यादव (KP Yadav) आज ग्वालियर में आयोजित होने वाले किसान सम्मेलन में सिंधिया के साथ मंच साझा करेंगे। ये पहली बार होगा कि दोनों नेता भाजपा के मंच पर एक साथ होंगे। सबकी निगाहें इस बात पर लगी रहेंगी कि मंच साझा करने के बावजूद क्या दोनों की मुलाकात होगी? और मुलाकात होगी तो क्या बातचीत भी होगी?

कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच मध्यप्रदेश बिल को लेकर बनी भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करने के लिये प्रदेश में किसान सम्मेलनों का आयोजन कर रही है। ग्वालियर चंबल संभाग का आयोजन आज बुधवार को दिन में 1 बजे ग्वालियर में फूलबाग मैदान में आयोजित होगा।


किसान सम्मेलन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई मंत्री एवं ग्वालियर चंबल संभाग के बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे जो कृषि कानूनों 2020 को लेकर बनाई जा रही भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करेंगे और सरकार का पक्ष रखेंगे।

सिंधिया और यादव पहली बार होंगे एक साथ

ग्वालियर में आयोजित किसान सम्मेलन की खासियत ये है कि इसमें राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गुना संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सांसद केपी यादव भी मंच पर होंगे। ये पहला अवसर होगा जब दोनों नेता भाजपा नेता (BJP Leader) के रूप में पहली बार एक मंच पर होंगे। लोगों की निगाहें इन दोनो नेताओं की मुलाकात पर लगी रहेगी। भाजपा और कांग्रेस के नेता इस बात पर निगाहें जमायेंगे कि मंच साझा करने के बाद भी क्या इनकी तल्खियाँ कम होंगी ? क्या दोनोँ नेताओं की मुलाकात होगी? क्या दोनों नेताओं के बीच बातचीत होगी?

सिंधिया को हराने के बाद सुर्खियों में आये थे केपी यादव

गौरतलब है कि 2018 में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर सुर्खियों में आये केपी यादव कभी सिंधिया के ही कार्यकर्ता थे लेकिन लोकसभा चुनाव में वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और उन्होंने सिंधिया जैसे दिग्गज नेता को उनकी अजेय विरासत में ही हरा दिया। इस जीत के प्रदेश ही देश विदेश में भी सुर्खियों में आ गए थे। उधर चुनाव हारने के बाद सिंधिया के राजनैतिक भविष्य को लेकर सवाल खड़े होने लगे। 2018 के बाद सिंधिया और केपी यादव की मुलाकात नहीं हुई उल्टे तल्खियाँ बढ़ गई। बाद में सिंधिया ने कांग्रेस की सरकार गिरा दी और भाजपा में आ गए। अब केपी यादव और सिंधिया भाजपा नेता हैं। अब देखना ये होगा कि आज किसान सम्मेलन में मंच साझा करने के दौरान इनके बीच की दूरियाँ कम होती हैं कि नहीं।

यादव ने अपने पोस्टर में नहीं दी सिंधिया को जगह

सांसद केपी यादव ने अपने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया एकाउंट पर खुद किसान सम्मेलन में शामिल होने की जानकारी दी है। यादव ने अपने पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को जगह दी है लेकिन सांसद यादव के पोस्टर से सिंधिया का फोटो गायब है इसे लेकर भी सियासी गलियारों  चर्चा हो रही है।

ऐसा ही विधानसभा उपचुनाव में भी हो चुका है वहां भी सांसद के पी यादव को बैनर पोस्टरों में जगह नहीं मिली थी जो सिंधिया समर्थक थे उन्होंने सांसद के पी यादव को पोस्टर मैं जगह नहीं दी थी तब भी सियासत के गलियारों में खूब हंगामा हुआ लेकिन देखते हैं आज बुधवार को गिले शिकवे कितने दूर होते हैं या नहीं यह देखने का विषय है

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