करैरा तहसील के श्योपुरा में मिट्टी चोरी का खुला खेल: मुरम माफिया बेखौफ, प्रशासन निष्क्रिय - The Sanskar News

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Thursday, May 29, 2025

करैरा तहसील के श्योपुरा में मिट्टी चोरी का खुला खेल: मुरम माफिया बेखौफ, प्रशासन निष्क्रिय

 करैरा :- करैरा तहसील के ग्राम पंचायत श्योपुरा में रातोंरात करोड़ों रुपये की मुरम माफिया द्वारा मिट्टी की चोरी का मामला सामने आया है। सर्वे नंबर 513 और 517 की शासकीय भूमि पर अवैध उत्खनन का खेल बेरोकटोक जारी है। यह गैरकानूनी गतिविधि नेशनल हाइवे 27 से मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर, उद्योग विभाग की जमीन के ठीक पीछे संचालित हो रही है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि मुरम माफिया ने इस क्षेत्र में आतंक मचा रखा है, और प्रशासन को इसकी पूरी जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। शासकीय मिट्टी को बेचना मतलब शासकीय संपत्ति को बेचने के समान है । ग्रामीणों के अनुसार, मुरम माफिया का दबदबा इस कदर है कि कोई भी व्यक्ति यदि इस अवैध उत्खनन के खिलाफ आवाज उठाता है, तो उसे धमकियां, मारपीट, या अन्य हथकंडों का सामना करना पड़ता है।


माफिया के गुर्गों द्वारा ग्रामीणों को डराने के लिए झूठी FIR तक दर्ज कराने की धमकी दी जाती है। कई ग्रामीणों ने बताया कि माफिया के पास स्थानीय स्तर पर कुछ प्रभावशाली लोगों का समर्थन भी है, जिसके कारण उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं होती। खनन विभाग, पुलिस, और प्रशासनिक अधिकारियों तक कई बार शिकायतें पहुंचाई गईं, लेकिन हर बार उनकी शिकायतों को अनसुना कर दिया गया। इससे ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी है ।


यह अवैध उत्खनन न केवल सरकारी जमीन को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी भारी क्षति पहुंच रही है। मिट्टी के बड़े पैमाने पर उत्खनन से भूमि की उर्वरता प्रभावित हो रही है, और आसपास के खेतों में पानी की कमी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि यह माफिया स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन चुका है, और उनकी आजीविका पर भी असर पड़ रहा है।


स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करे और मुरम माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि अवैध उत्खनन में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे मजबूरन विरोध प्रदर्शन करेंगे।

अब देखना यह है कि स्थानीय प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाता है


, और क्या मुरम माफिया के इस बेलगाम खेल पर रोक लग पाएगी। ग्रामीणों की उम्मीद अब उच्च अधिकारियों और सरकार पर टिकी है, जो इस मामले में न्याय और कार्रवाई सुनिश्चित कर सकें। मुरम माफिया भी रात के अँधेरे में उत्खनन करते हैं और सुबह चले जाते है ।

बॉक्स:- वृंदावन शर्मा ग्रामीण द्वारा एसडीएम,कलेक्टर एवं खनिज विभाग में पूर्व में मिट्टी उत्तखनन की शिकायत की गई थी जिसमे उन्होंने 200 रुपये प्रति चक्कर के हिसाब से वहा पटवारी मिट्टी उत्तखननन करवा रहा है । खनिज विभाग ने जांच में मौके पर उत्तखनन पाया एवं सबंधित हल्का पटवारी पर कार्यवाही हेतु एसडीएम करैरा को पत्र भी प्रेषित किया, लेकिन पटवारी का रसूख ज़्यादा था इस कारण पटवारी बच गया।


इनका कहना है ।

मेरे पास इस संदर्भ में शिकायते प्राप्त हुई हैं । जांच कराते है उसके बाद कार्रवाई की जाएगी । 


कल्पना शर्मा तहसीलदार करैरा

पत्रकार सौरभ भार्गव मोनं+91 97132 52020

पत्रकार राजेन्द्र गुप्ता मो नं,8435495303

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