आईटीआई स्टेनो के छात्रों ने रेडिएंट कॉलेज के खिलाफ मनमानी कर छात्रों को प्रैक्टिकल में नंबर कम देकर फेल कर दिया ऐसा आरोप लगाते हुए छात्रों ने कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को दिया ज्ञापन
छात्रों ने 10वीं 12वीं की तरह आईटीआई स्टेनो के छात्रों को प्रमोट करने की भी मांग रखी
कैबिनेट मंत्री शिवपुरी प्रभारी यशोधरा राजे सिंधिया जी ने दिए जांच के आदेश
रेडिएंट आईटीआई कॉलेज के डायरेक्टर पर छात्रों ने लगाए अभद्र भाषा एवं आगे से कॉलेज मैं दिख नहीं जाना तुम सभी बच्चों ने मेरी इमेज ऑफ कॉलेज का नाम धूमिल कर दिया का लगाया
शिवपुरी रेडिएंट आईटीआई कॉलेज के खिलाफ शिकायत करना स्टेनो के छात्रों को फेल होकर चुकानी पड़ी कीमत क्योंकि बच्चों ने रेडिएंट कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ उठाई थी आवाज इसका खामियाजा जिन बच्चों ने उनके खिलाफ शिकायत की उन बच्चों को कर दिया प्रैक्टिकल में फेल
स्टेनो की छात्र जानवी शर्मा ने बच्चों के साथ मिलकर रेडिएंट कॉलेज के प्रबंधक ने बच्चों के साथ जो धोखाधड़ी की उसके खिलाफ सभी स्टेशनों के छात्रों द्वारा की गई थी शिकायत इसलिए स्टेनो के छात्रों के साथ बदले की भावना रखते हुए प्रैक्टिकल में दिए गए कम नंबर इसलिए बच्चे फेल हुए शिकायत करने एवं कॉलेज के खिलाफ जाने का खामियाजा भुगतना पड़ा अब बच्चों के कैरियर का क्या होगा अगर ऐसी मनमानी चलती रही फिर शासन-प्रशासन अपनी मनमानी से यह कॉलेज प्राइवेट किसी को भी बना सकते हैं अपनी मन मानि का लोहा क्योंकि फिर कोई आवाज उठाने की हिमाकत नहीं कर सकता स्टेनो की छात्रा जानवी शर्मा सभी अधिकारियों के काट रही है चक्कर लेकिन अब कोई प्रशासन का अधिकारी सुनने को नहीं तैयार कई बार छात्रों के साथ कॉलेज प्रबंधन से हो चुकी है बहस इसलिए कॉलेज प्रबंधन ने खुन्नस में आकर बच्चों के साथ उनके कम नंबर प्रैक्टिकल में देकर निकाल ली अपनी भड़ास जिससे आगे अब कोई कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नहीं उठा सकेगा आवाज क्योंकि प्रशासन ऐसे correct लोगों का देता रहेगा साथ तो बच्चों की शिक्षा से हो जाएगा बहुत बड़ा खिलवाड़ इसका जिम्मेदार कौन होगा यह जिम्मेदारी शासन और प्रशासन को लेनी होगी अन्यथा बच्चे आंदोलन करने को हो जाएंगे मजबूर और अगर छात्रों की सुनवाई जिले लेवल पर नहीं होती है तो बच्चे अगला कदम भोपाल मुख्यमंत्री के सामने आंदोलन करके अपने हक और अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ उठाएंगे आवाज इसका जिम्मेदार होगा प्रशासन
छात्रों का कहना
कोविड-19 जैसी महामारी के कारण लाकड़ौन हो जाने की वजह से सभी कालेजों स्कूल बंद हो गए जिस कारण छात्रों को किसी भी प्रकार से क्लास लेना एवं तैयारी करने का अवसर नहीं मिला जिससे छात्रों का अध्ययन करने से वंचित रहे क्योंकि स्टेनो एक ऐसा विषय है जिसकी प्रेक्टिस अगर एक दिन भी नहीं की जाए तो बच्चे उसको भूल जाते हैं क्योंकि यह स्टेनो प्रैक्टिस का संबंधित विषय है इसलिए बच्चे कुछ मेहनत करने से वंचित रहे और इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा क्योंकि कॉलेज प्रबंधन ने इस मौके का फायदा उठाते हुए जिन बच्चों ने कॉलेज के खिलाफ शिकायत की एवं आवाज उठाई उन बच्चों को टारगेट करके प्रैक्टिकल में नंबर कम कर दिए जिससे बच्चे फेल हो गए क्योंकि सरकार ने सीबीएसई एवं 12 बी सभी छात्रों को प्रमोट कर दिया और स्टेनो आईटीआई के छात्रों को यह सुविधा नहीं दी गई कभी पेपर लेने की बात कहते है लेकिन पेपर लिए नहीं गए और जो भी लिए गए हुए ऑनलाइन लिए गए जिससे कॉलेज प्रबंधन को जिन बच्चों ने उनके खिलाफ आवाज उठाई उन्हें चुन चुन कर प्रैक्टिकल में फेल कर दिया गया जिससे बच्चों का कैरियर बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गया है और यहां पर शासन एवं प्रशासन कोई सुनने को तैयार नहीं है ना ही कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कोई ठोस सबूत उठाए ना ही कोई कार्रवाई की गई उल्टा छात्रों को डरा धमका कर आगे शिकायत ना करने की सलाह दी आगे से आप ऐसा ना करें अन्यथा आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है जिससे कुछ छात्र डरे सहमे हुए हैं और उनका भविष्य बर्बाद होने की कगार पर है छात्रों का कहना है अब हम इस लड़ाई को युद्ध स्तर पर लड़ेंगे और सीएम हाउस के आगे जाकर धरना देंगे
ITI steno के छात्र
जानवी शर्मा , निधि शर्मा , आरती लोधी, संजना दांगी , राजकमार धाकड़ , जितेंद्र गुर्जर,
राहुल शर्मा, अमन कोठारी, राहुल वर्मा, दिवस परसारिया, गणेश जाटव, साक्षी शर्मा, अंजली शर्मा शालू ,आदित्य राठौर, सचिन ओझा ,रविंद्र गुर्जर , आरती लोधी , निधि शर्मा आदि छात्र शामिल थे
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